उदयपुर. दर्जी कन्हैयालाल मर्डर को लेकर दोनों मुख्य पार्टियां एक दूसरे के खिलाफ मुखर हैं. भाजपा जहां लचर इंटेलिजेंस और पुलिस तंत्र को लेकर हमलावर है वहीं कांग्रेस गुलाब चंद कटारिया संग वायरल हुई तस्वीर के बल पर लगातार भाजपा को घेर रही है. अब इस मामले में प्रदेश के मुखिया अशोक गहलोत ने एक चौंकाने वाला बयान दिया है (Gehlot on Udaipur Killing).
उन्होंने किसी नेता का नाम लिए बगैर टारगेट पर भाजपा को रखा. कहा कि अगर सवाल उठ रहे हैं तो उन्हें स्पष्ट करना चाहिए कि आखिर अभियुक्त के साथ उनका संबंध कैसे है? सोमवार को सीएम ने पीसी के दौरान ये बात कही. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि उदयपुर के जघन्य अपराध को अंजाम देने वाले मुख्य अभियुक्तों के संबंध को लेकर मीडिया पहले ही कह चुका है, लेकिन इसके साथ ही इन अभियुक्तों के भाजपा से किस लेवल के संबंध थे उसके बारे में रोज नई खबर आती है.
मकान मालिक को कौन धमकाता रहा: सीएम ने उस मकान मालिक का दर्द बता कर विपक्षी पार्टी को निशाने पर लिया (Gehlot shocking revelation). उन्होंने कहा- अभी हाल ही में खबर आई कि वह अभियुक्त जिस मुस्लिम मकान मालिक के मकान में रहते थे उसने पुलिस में शिकायत की थी. उसने कहा था कि यह लोग मुझे तंग करते हैं और अजीब से लोग इनके घर आते हैं जो उन्हें धमकाते भी हैं और किराया भी नहीं दे रहे, लेकिन इन लोगों पर पुलिस कार्रवाई करती उससे पहले ही भाजपा नेताओं के फोन पुलिस के पास थाने में चले गए कि यह हमारे कार्यकर्ता हैं इन्हें तंग मत करो.
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किसके गोद में बैठा सबको पता: मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि बीजेपी नेताओं को उन पर लगे आरोपों पर अपना जवाब देना चाहिए (action against Kanhaiyalal perpetrator). उन्होंने कहा, 'जिस व्यक्ति ने इतना जघन्य अपराध किया है वह किन लोगों की गोद में बैठा हुआ था उसके किन लोगों के साथ संबंध थे, यह बात जगजाहिर हो चुकी है.'
कांग्रेस स्लोगन के जरिए लगातार हमलावर: उदयपुर मामले में लगातार भाजपा नेताओं के साथ अभियुक्तों की तस्वीरें सामने आने के बाद से कांग्रेस पार्टी ने इसे राष्ट्रीय मुद्दा भी बना लिया है (Gehlot on BJP Connection To Udaipur killing). यही कारण है कि कांग्रेस पार्टी ने 2 दिन पहले देश की 22 राजधानियों में "भाजपा का आतंकियों से नाता है यह रिश्ता क्या कहलाता है "स्लोगन के साथ अपनी बात भी रखी. कई कड़ियों को जोड़कर लगातार भाजपा को पार्टी आड़े हाथों ले रही है.
कांग्रेस ने मुद्दे कई उठाए हैं. जैसे- उदयपुर में मोहम्मद रियाज के वायरल तस्वीर के आधार पर उसे भाजपा कार्यकर्ता बताना, जम्मू-कश्मीर में लश्कर-ए-तैयबा के पकड़े गए एक आतंकी तालिब हुसैन शाह का भाजपा का पदाधिकारी निकलना, 2020 में जम्मू कश्मीर में आतंकियों को हथियार मुहैया कराने के आरोप में भाजपा के पूर्व नेता एवं सरपंच तारिक अहमद मीर का गिरफ्तार होना , साल 2017 में मध्यप्रदेश में एटीएस की टीम की ओर से अवैध टेलीफोन एक्सचेंज के मामले में आईएसआई के 11 संदिग्धों में से एक भाजपा आईटी सेल के सदस्य ध्रुव सक्सेना का होना, समेत कई आतंकियों के भाजपा के संबंधों को लेकर सवाल खड़े किए और इन घटनाओं की टाइमिंग पर भी सवाल खड़े किए गए.