अहमदाबाद : उत्तर प्रदेश पुलिस का एक दल उमेश पाल हत्याकांड के सिलसिले में कुख्यात माफिया अतीक अहमद को गुजरात की साबरमती केंद्रीय जेल से लेकर प्रयागराज के लिए रवाना हो गया. इससे पहले ट्रांसफर वारंट की प्रक्रिया को पूरा किया गया. बताया गया कि दोपहर करीब 2:00 बजे उत्तर प्रदेश पुलिस अतीक अहमद को लेकर अहमदाबाद से उत्तर प्रदेश के लिए रवाना हुई. जहां उसे गिरफ्तार कर नामदार कोर्ट में पेश किया जायेगा. पुलिस की कोशिश होगी की उसे रिमांड पर लिये जाते हैं. देर रात अतीक को लेकर पुलिस राजस्थान पहुंच चुकी थी. डूंगरपुर में ढाई घंटे रुकने के बाद यूपी पुलिस का काफिला रवाना हुआ.
ऐसे में उत्तर प्रदेश पुलिस इस बात की जांच करेगी कि अतीक की इस मामले में क्या भूमिका रही. पुलिस यह जानना चाह रही है कि उनके परिवार की मदद ली गई या किसी और की? उत्तर प्रदेश पुलिस अतीक के परिजनों की तलाश भी कर रही है. अब अतीक और उसके बेटे अली समेत 13 के खिलाफ एक और प्राथमिकी दर्ज की गई है. प्रयागराज की धूमनगंज पुलिस ने यह मामला दर्ज किया है. पुलिस अब अतीक को प्रयागराज ले जाने की तैयारी कर रही है. बताया जा रहा है कि अतीक को ले जाने का पूरा रूट पहले जैसा ही रहेगा.
बॉडी कैमरों से लैस रहेंगे पुलिसकर्मी : अतीक की हर हरकत और प्रतिक्रिया पर नजर रखने के लिए पुलिस बॉडी कैमरों से लैस है. ताकि अहमदाबाद से प्रयागराज तक की सारी गतिविधियों को रिकॉर्ड किया जा सके. प्रयागराज के रहने वाले साबिर नाम के शख्स ने अतीक के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. जिसके चलते उत्तर प्रदेश पुलिस ने यह केस दर्ज किया है. बता दें कि राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की कुछ दिन पहले सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. जिस मामले में अतीक अहमद सहित कई लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है.
अतीक को जान का खतरा :अतीक अहमद ने पिछले महीने सुरक्षा के लिए उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था. अपनी याचिका में उसने दावा किया था कि उसे और उसके परिवार को प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड में बतौर आरोपी, झूठा फंसाया गया है और उत्तर प्रदेश पुलिस उसे फर्जी मुठभेड़ में मार सकती है. अपनी याचिका में, अहमद ने कहा था कि उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा उसे अहमदाबाद से प्रयागराज ले जाने के लिए उसकी ट्रांजिट रिमांड और पुलिस रिमांड की मांग किए जाने के बीच उसे "वास्तव में आशंका है कि इस ट्रांजिट अवधि के दौरान उसका खत्मा किया जा सकता है." आज मीडिया के सामने अपने बयान में कहा, "पुलिस के इरादे सही नहीं है, ये परेशान करना चाहते हैं और मुझे मारना चाहते हैं. जब सुप्रीम कोर्ट ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये सुनवाई की अनुमति दे दी है, इसके बावजूद मुझे यहां लाया गया."