नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश के बाहुबली नेता अतीक अहमद ने सुप्रीम कोर्ट में एक अर्जी दाखिल कर अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है. अतीक अहमद ने अपनी याचिका में अपील की है कि उसे यूपी की जेल में शिफ्ट नहीं किया जाए. उसने यूपी के मंत्रियों के बयानों को संदर्भित कर यह याचिका दाखिल की है. यहां बता दें कि अतीक अहमद यूपी की जेल में नहीं, बल्कि गुजरात की जेल में है.
अतीक ने अपनी अर्जी में यह भी कहा है कि अगर उसे यूपी की जेल में शिफ्ट किया जाता है, तो उसे केंद्रीय पुलिस की निगरानी में शिफ्ट किया जाए. जाहिर है कि यूपी के उप मुख्यमंत्री और एक मंत्री ने यह बयान दिया था कि कभी भी किसी की गाड़ी पलट सकती है. यानी उसका फर्जी एनकाउंटर हो सकता है. खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बयान दिया है कि आरोपियों को मिट्टी में मिला दिया जाएगा. यूपी में इससे पहले भी इस तरह के वाकया हो चुके हैं, जब पुलिस ने सूचना दी थी कि गाड़ी पलटने के बाद अपराधी ने भागने की कोशिश की और वह एनकाउंटर में मारा गया. अतीक अहमद को इसी का भय है.
दरअसल, राजू पाल की हत्या के गवाह उमेश पाल की प्रयागराज में हत्या कर दी गई. इसका सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है. आशंका जताई जा रही है कि ये सभी गुंडे अतीक अहमद से जुड़े हुए हैं. उसके बाद यूपी पुलिस एक्शन में आई और हमलावरों में शामिल एक शूटर को एनकाउंटर कर दिया. यूपी पुलिस ने इस मामले में प्रयागराज में अपराधियों के घरों पर बुलडोजर भी चलवाए.