हरिद्वार : पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश के चलते गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर (Ganga river above danger mark) बह रही है. इसके बाद उत्तर प्रदेश और हरिद्वार के गंगा के तटवर्ती इलाकों में अलर्ट (Alert in the coastal areas of Ganga) कर दिया गया है. प्रशासन ने स्थिति पर नजर बनाए हुए है. साथ ही एडीएम और उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग (Uttar Pradesh Irrigation Department) के आलाधिकारी भी पल-पल की खबर ले रहे हैं.
हरिद्वार में उफान पर गंगा. उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में दो दिन से लगातार हो रही बारिश के चलते, जहां अलकनंदा नदी अपने रौद्र रूप में है, वहीं हरिद्वार में गंगा का जलस्तर भी खतरे के निशान 294 मीटर से लगभग 30 सेंटीमीटर ऊपर है. गंगा के जलस्तर को देखते हुए प्रशासन ने आपदा कंट्रोल रूम लखनऊ को सूचना दे दी है.
पढ़ें-उत्तराखंड में भारी बारिश, फिर ताजा हुईं 2013 आपदा की यादें
उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता का कहना है कि जिस तरह से पहाड़ पर लगातार बारिश हो रही है, उसके कारण हरिद्वार में गंगा का जलस्तर सुबह चार बजे से ही लगातार बढ़ता जा रहा था. खतरे के निशान 294 मीटर से जलस्तर 30 सेंटीमीटर ऊपर चला गया. उन्होंने बताया कि स्थिति को देखते हुए हरिद्वार जिले के तटवर्ती इलाकों को अलर्ट पर रखा गया है. इसकी सूचना लखनऊ के आपदा कंट्रोल रूम को भी दे दी गई है.
वहीं, मौके पर मौजूद हरिद्वार एडीएम केके मिश्र ने बताया कि स्थिति को देखते हुए जिलाधिकारी महोदय के निर्देश पर गंगा के तटीय क्षेत्रों से जुड़े इलाकों को अलर्ट पर रखा गया है. वहीं गंगा से जुड़े क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है. साथ ही एडीएम ने बताया की स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए हैं. फिलहाल जलस्तर स्थिर है, जो राहत की बात है.