दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

विजयवाड़ा के सरकारी अस्पताल में मानसिक रूप से विक्षिप्त महिला से सामूहिक दुष्कर्म - andhra pradesh rape case

पीड़िता के माता-पिता ने आरोप लगाया कि उनकी गुमशुदगी की शिकायत पर पुलिस की ओर से त्वरित प्रतिक्रिया की कमी के कारण अपराध हुआ. 20 अप्रैल की रात को महिला के माता-पिता खुद अस्पताल गए और एक युवक ने उसका यौन शोषण किया. उन्होंने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया. पुलिस ने दारा श्रीकांत, चेन्ना बाबू राव और जे. पवन कल्याण को गिरफ्तार किया है.

विजयवाड़ा
विजयवाड़ा

By

Published : Apr 22, 2022, 10:16 PM IST

विजयवाड़ा :आंध्र प्रदेश केविजयवाड़ा में एक सरकारी अस्पताल के तीन संविदा कर्मचारियों ने एक मानसिक रूप से विक्षिप्त महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया है. 23 वर्षीय पीड़िता को 30 घंटे (19-20 अप्रैल) के लिए सरकारी सामान्य अस्पताल (GGH) के एक कमरे में बंद कर दिया गया था. इस दौरान तीनों आरोपियों ने उसके साथ दुष्कर्म किया.

पीड़िता के माता-पिता ने आरोप लगाया कि उनकी गुमशुदगी की शिकायत पर पुलिस की ओर से त्वरित प्रतिक्रिया की कमी के कारण अपराध हुआ. 20 अप्रैल की रात को महिला के माता-पिता खुद अस्पताल गए और एक युवक ने उसका यौन शोषण किया. उन्होंने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया. पुलिस ने दारा श्रीकांत, चेन्ना बाबू राव और जे. पवन कल्याण को गिरफ्तार किया है.

पुलिस के मुताबिक, श्रीकांत ने महिला से दोस्ती की थी और उससे शादी करने और नौकरी दिलाने का वादा किया था. 19 अप्रैल को वह महिला को GGH ले गया, जहां वह कीट नियंत्रण विभाग में संविदा कर्मचारी के रूप में कार्यरत था. उसने उसे एक कमरे में रखा, जहां उसने पूरी रात उसका यौन शोषण किया. अगले दिन श्रीकांत का दोस्त पवन कल्याण कमरे में गया और पीड़िता के साथ दुष्कर्म किया. 20 अप्रैल की सुबह पीड़िता के माता-पिता ने नुन्ना पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई कि उनकी बेटी 19 अप्रैल की शाम से लापता है.

उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने तेजी से कार्रवाई नहीं की. हालांकि, उन्होंने वह मोबाइल नंबर दिया जिससे उन्हें उनकी बेटी का फोन आया था. पुलिस ने शाम को उन्हें आने को कहा. शाम को जब पीड़िता के माता-पिता थाने गए, तो उन्हें बताया गया कि उन्होंने मोबाइल नंबर की पहचान कर ली है. यह GGH कर्मचारी श्रीकांत का है. जब पुलिस ने फोन किया और उससे पूछताछ की, तो उसने कहा कि उसने उसे अस्पताल परिसर में देखा और उसे एक ऑटोरिक्शा में घर जाने के लिए कहा. शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि पुलिस ने श्रीकांत के बयान पर विश्वास किया और उसका पता लगाने का कोई प्रयास नहीं किया.

इसके बाद पीड़िता के माता-पिता उसकी तलाशी के लिए अस्पताल गए और देखा कि वह एक कमरे में बंधी हुई थी और एक युवक उसका यौन शोषण कर रहा था. उन्होंने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया. उसकी पहचान बाबू राव के रूप में हुई. उसने पुलिस को बताया कि श्रीकांत और पवन कल्याण ने भी उसके साथ दुष्कर्म किया. पुलिस आयुक्त कांति राणा टाटा ने कहा कि तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. पीड़िता को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. विपक्षी तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा), जन सेना और वाम दलों के नेताओं ने पुलिस द्वारा कथित लापरवाही के खिलाफ थाने के बाहर विरोध प्रदर्शन किया.

ABOUT THE AUTHOR

...view details