नई दिल्ली : भारत जी20 की अध्यक्षता के दौरान अपनी लोकतांत्रिक जड़ों और अपनी प्रगति की जानकारी के साथ-साथ भोजन, शिल्प और संस्कृति के माध्यम से अपनी समृद्ध संस्कृति और विविधता का प्रदर्शन कर रहा है. खास तौर से डिजिटल स्पेस में भारत के भोजन, शिल्प और संस्कृति की काफी चर्चा हो रही है. भारत 9-10 सितंबर तक नई दिल्ली में होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी के लिए पूरी तरह तैयार है. जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए विश्व नेता नई दिल्ली पहुंचेंगे.
भारत के G20 सचिवालय के विशेष सचिव और संचालन और रसद के प्रमुख मुक्तेश परदेशी ने समाचार एजेंसी एएनाई को एक विशेष साक्षात्कार दिया. जिसमें उन्होंने नई दिल्ली में आयोजित शिखर सम्मेलन की तैयारी और योजना के बारे में बताया. मुक्तेश ने कहा कि हम मुख्य आयोजन से 10 दिन दूर हैं. 10 सितंबर वह तारीख है जिसका इंतजार हम पिछले साल 1 दिसंबर से कर रहे हैं. एक दिसबंर को ही भारत ने जी20 की अध्यक्षता संभाली थी.
तब से हम इसकी तैयारी कर रहे हैं. मेगा इवेंट, लीडर्स समिट...G20 में 19 देश और यूरोपीय संघ शामिल हैं. साथ ही, हमने नौ और देशों और कुछ अंतरराष्ट्रीय संगठनों को विशेष निमंत्रण दिया है. लगभग 40 से अधिक प्रतिनिधिमंडल होंगे जो दिल्ली पहुंचेंगे.
उन्होंने कहा कि हम आने वाले लोगों को यूपीआई भुगतान, कोविन ऐप और आधार के बारे में जानकारी देंगे. उन्होंने कहा कि आपने जी20 बैठकों को तीन सी पर ध्यान केंद्रित करते हुए देखा है. लेकिन हमारे दृष्टिकोण का एक अचूक पहलू है. हम डिजिटल क्षेत्र में प्रगति का प्रदर्शन करने जा रहे हैं. इसलिए तकनीकी परिवर्तन, विशेष रूप से डिजिटल परिवर्तन के क्षेत्र में हमने जो प्रगति हासिल की है, उसे प्रदर्शित करने के लिए एक विशेष व्यवस्था बनायेगी.
कन्वेंशन सेंटर में खानपान की व्यवस्था आईटीसी के जिम्मे है. यह एक अग्रणी होटल श्रृंखला है. उन्होंने एक बड़ी टीम बनाई है ताकि न केवल मेनू तैयार हो बल्कि सेवा का अनुभव भी त्रुटिहीन हो. इसलिए व्यंजन, मेनू योजना और साथ ही सेवा पहलू दोनों पर बहुत अधिक ध्यान केंद्रित किया गया है. हमने उस उद्देश्य के लिए सर्वश्रेष्ठ होटल श्रृंखलाओं में से एक का चयन किया है.