नई दिल्ली : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Droupadi Murmu) और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को यहां शिखर सम्मेलन स्थल भारत मंडपम में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन सहित जी20 नेताओं और प्रतिनिधियों के लिए आयोजित भव्य रात्रिभोज में उनका स्वागत किया. रात्रिभोज शुरू होने से पहले उन्होंने एक मंच पर अतिथियों का स्वागत किया, जिसकी पृष्ठभूमि में बिहार के नालंदा विश्वविद्यालय के भग्नवाशेष और भारत की अध्यक्षता में जी20 की थीम- 'वसुधैव कुटुम्बकम्- एक पृथ्वी, एक कुटुम्ब, एक भविष्य' को दर्शाया गया.
नालंदा विश्वविद्यालय के भग्नावशेष यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल हैं. यह विश्वविद्यालय दुनिया के सबसे पुराने विश्वविद्यालयों में से एक था. राष्ट्रपति मुर्मू और प्रधानमंत्री मोदी ने बाइडन का स्वागत किया और मंच पर उनका अभिवादन किया और उनसे संक्षिप्त बातचीत की. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की प्रबंध निदेशक और अध्यक्ष क्रिस्टालिना जॉर्जीवा, विश्व बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा अपनी पत्नी रितु बंगा के साथ और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना सबसे पहले प्रगति मैदान में नवनिर्मित कन्वेंशन सेंटर पहुंचने वालों में शामिल थे.
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा और साड़ी पहने हुए उनकी पत्नी योको किशिदा, चीन के प्रधानमंत्री ली क्विंग, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज भी रात्रि भोज में शामिल हुए. राष्ट्रपति मुर्मू और मोदी ने मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ और उनकी पत्नी सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया.
राष्ट्रपति मुर्मू और प्रधानमंत्री मोदी ने सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो और उनकी पत्नी, इतालवी प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी और रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव का भी रात्रि भोज स्थल पर स्वागत किया. प्रधानमंत्री मोदी को अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री अल्बनीज सहित जी20 के कुछ नेताओं को नालंदा विश्वविद्यालय के महत्व के बारे में बताते देखा गया.