नई दिल्ली: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि शनिवार को अपनाया गया जी20 नेताओं का शिखर सम्मेलन मजबूत, टिकाऊ, संतुलित और समावेशी विकास को बढ़ावा देने पर केंद्रित है. एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, एस जयशंकर ने कहा कि घोषणापत्र सतत विकास लक्ष्यों पर प्रगति में तेजी लाने का प्रयास करता है और तदनुसार एक कार्य योजना लेकर आया है.
मंत्री ने कहा कि आज नेता जिस घोषणा पर सहमत हुए हैं, वह मजबूत, टिकाऊ, संतुलित और समावेशी विकास को बढ़ावा देने पर केंद्रित है. यह एसडीजी पर प्रगति में तेजी लाने का प्रयास करता है और तदनुसार एक कार्य योजना लेकर आया है. उन्होंने आगे कहा कि यह एक स्थायी भविष्य के लिए हरित विकास समझौते की परिकल्पना करता है, यह स्थायी विकास के लिए जीवनशैली पर उच्च-स्तरीय सिद्धांतों, हाइड्रोजन के स्वैच्छिक सिद्धांतों, टिकाऊ लचीली नीली अर्थव्यवस्था के लिए चेन्नई सिद्धांतों और खाद्य सुरक्षा और पोषण पर डेक्कन सिद्धांतों का समर्थन करता है.
उन्होंने कहा कि भारत के राष्ट्रपति पद का संदेश 'एक पृथ्वी, एक परिवार और हम एक भविष्य साझा करते हैं' है और देश ने सचेत रूप से इस जी20 को यथासंभव समावेशी और व्यापक आधार वाला बनाने की कोशिश की है. उन्होंने कहा कि इसमें इसके 20 सदस्य देशों, नौ आमंत्रित राज्यों और 14 अंतर्राष्ट्रीय संगठनों की भागीदारी देखी जा रही है. यह हमारे लिए विशेष संतुष्टि की बात है कि अफ्रीकी संघ एक स्थायी सदस्य है.