दिल्ली /रायपुर :नई दिल्ली में जी20 गाला डिनर को लेकर राजनीति भी जारी है.पहले मल्लिकार्जुन खड़गे को भोज में नहीं बुलाने को लेकर कांग्रेस ने केंद्र को घेरा. वहीं, अब जी20 समिट का एरिया नो फ्लाइंग जोन बताकर राजस्थान और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने गाला डिनर में शामिल होने में असमर्थता जताई है.राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत की मानें तो उनके हेलीकॉप्टर को दिल्ली में लैंड करने की इजाजत गृहमंत्रालय ने नहीं दी. इसलिए वो राष्ट्रपति के गाला डिनर में शामिल नहीं होंगे. वहीं, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने भी एक दिन पहले कहा था कि एरिया नो फ्लाइंग जोन है, तो कैसे जाएंगे. लेकिन इन आरोपों के बीच गृहमंत्रालय ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट से आरोपों का खंडन किया है.
सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए आरोपों पर जवाब :छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दिल्ली और उसके आसपास हवाई प्रतिबंधों के कारण 9 सितंबर 2023 को दिल्ली में नेताओं के शिखर सम्मेलन में जी20 गाला डिनर में हिस्सा लेने में असमर्थता व्यक्त की थी. लेकिन अब होम मिनिस्ट्री ऑफ इंडिया ने राज्य को स्पष्ट किया है कि 8 से 11 सितंबर 2023 को दिल्ली में जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन के लिए एक उच्च तकनीक सुरक्षा हवाई कवर तैनात किया गया है. जिसमें राज्यपालों और राज्य के मुख्यमंत्रियों को उनके राज्य के विमानों पर आने जाने की अनुमति है.
अशोक गहलोत के आरोपों पर भी जवाब :आपको बता दें कि इस मामले में राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने भी केंद्रीय गृह मंत्रालय से हेलीकॉप्टर के लिए इजाजत नहीं मिलने की बात कही थी. इन आरोपों का भी एमएचए ने खंडन किया है. गृहमंत्रालय की ओर से कहा गया कि सीकर सहित उड़ान अनुमतियों के लिए सीएम राजस्थान की तरफ से चार अनुरोध मिले थे. सभी को एमएचए ने अनुमोदित किया था. अब इससे यही लग रहा है कि दोनों कांग्रेस मुख्यमंत्रियों ने दिल्ली में आयोजित होने वाले जी20 गाला डिनर को छोड़ने का फैसला किया है.