नई दिल्ली : ईंधन की कीमतों के मुद्दे पर एक बार फिर भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ (Congress spokesperson Gaurav Vallabh) ने कहा कि ईंधन की कीमतों को वैश्विक बाजार की कीमतों से नियंत्रित नहीं किया जा रहा है, बल्कि इसे चुनाव की तारीखों के अनुसार प्रबंधित किया जा रहा है. एक संवाददाता सम्मेलन में पार्टी प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने दावा किया कि खुदरा मुद्रास्फीति में वृद्धि, सकल घरेलू उत्पाद में वृद्धि, साथ ही साथ गिरते रुपये ऐसे कुछ उदाहरण हैं जो अर्थव्यवस्था के तरीके की एक परेशान तस्वीर पेश करते हैं.
उन्होंने कहा कि 'लगातार उच्च खुदरा मुद्रास्फीति सबसे अधिक संबंधित क्षेत्रों में से एक है जिसमें तत्काल सरकारी हस्तक्षेप की आवश्यकता है. खुदरा मुद्रास्फीति पिछले 7 महीनों से आरबीआई के 6% के ऊपरी बैंड से ऊपर रही है. भोजन, सब्जियां और ईंधन जैसी वस्तुएं महंगी होने से मध्यम और निम्न-आय वर्ग के लोगों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाती हैं. सरकार मुख्य रूप से ईंधन की कीमतों के प्रति सबसे अधिक लापरवाह रही है. चूंकि उनका सभी आर्थिक गतिविधियों पर व्यापक प्रभाव पड़ता है, इसलिए सरकार की निष्क्रियता उसकी अज्ञानता उजागर होती है.'