इंदौर। चलती ट्रेनों में चोरी की घटनाओं को अंजाम देकर भागना चोरों के लिए भी मुश्किल होता है. यही वजह है पुणे में रहने वाले किरण सिंह, विक्की सोलके, किशोर परमार और धीरज वाणी ने उन ट्रेनों को निशाना बनाना शुरू किया, जो सड़क मार्ग से सटे स्टेशनों पर रुकती थीं. इसके बाद चोरों के इस गिरोह ने मध्यप्रदेश के उज्जैन, शुजालपुर इंदौर आदि इलाकों के स्टेशनों पर रुकने वाली ट्रेनों में चोरी की वारदातों को अंजाम देना शुरू किया.
महिलाओं को बनाते थे निशाना :इन चोरों के निशाने पर ऐसी महिलाएं रहती थीं, जो सोने के जेवर पहनकर ट्रेन में सफर करती थीं. बीती 2 मई को शुजालपुर रेलवे स्टेशन पर इसी गिरोह ने जयपुर-चेन्नई एक्सप्रेस में जानवी मेहता के साथ चोरी की घटना को अंजाम दिया था. इसके बाद यह गिरोह रेलवे पुलिस के निशाने पर था. इसी बीच हाल ही में इस गिरोह ने एक के बाद एक करके कई घटनाओं को अंजाम दिया. पुलिस ने इस गिरोह को उज्जैन से गिरफ्तार कर लिया.
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