नई दिल्ली : पाकिस्तान द्वारा सीमा पार से हथियारों, विस्फोटकों और उच्च श्रेणी की हेरोइन की खेप (high-grade heroin) गिराने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया गया. वह सुरक्षा प्रतिष्ठान में काफी प्रसिद्ध हैं, लेकिन अगर कश्मीरी आतंकवादी (Kashmiri militants ) बढ़ते आतंकी हमलों में ड्रोन का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो यह आतंकियों की रणनीति (militants terror tactics) में एक नया विकास होगा.
नागरिक हवाई अड्डे (civil airport) से सटे सतवारी स्थित भारतीय वायुसेना स्टेशन (Indian Air Force) पर रविवार तड़के करीब 1:40 बजे और 1:46 बजे दो विस्फोट हुए. एक धमाका हेलीकॉप्टर पार्किंग क्षेत्र (helicopter parking area) के पास हुआ. हालांकि हमले में IAF की कोई भी संपत्ति क्षतिग्रस्त नहीं हुई, लेकिन IAF का एक वारंट अधिकारी (warrant officer) और एक एयरमैन घायल हो गए.
खुफिया सूत्रों ने ईटीवी भारत को बताया कि प्रारंभिक जांच से संकेत मिला है कि दो तथ्यों के आधार पर कहा जा सकता है कि ड्रोन द्वारा बम गिराए गए थे. पहला रोशनी मंडराती हुई दिखाई दे रही थी और दूसरा जिस इमारत में बम विस्फोट हुआ था उसकी छत में एक बड़ा छेद था. यदि यह ड्रोन द्वारा किया गया हवाई हमला होता, तो इसकी उत्पत्ति कहीं पास से होती.
सुरक्षा प्रतिष्ठान के एक वरिष्ठ सूत्र ने कहा कि इस बात की बहुत अधिक संभावना नहीं है कि यह पाकिस्तान से आया हो, क्योंकि पाकिस्तान के साथ अंतर्राष्ट्रीय सीमा (International Border ) के पास मजबूत निगरानी हो रही है और डिटेक्शन सिस्टम (detection systems) से बचना बहुत मुश्किल होगा.
अंतर्राष्ट्रीय सीमा , IASF बेस से केवल 15 किमी की हवाई दूरी पर है, जहां सियालकोट (Sialkot) सीमा के पार सबसे करीबी पाकिस्तानी शहर है.
अंतर्राष्ट्रीय सीमा जम्मू में लगभग 190 किमी लंबी है, जबकि (Line of Control) एलओसी केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (Pakistan-Occupied Kashmir) में लगभग 860 किमी लंबी है.