जबलपुर: कोरोना की तीसरी लहर के खतरे के बीच एमपी में मामा की सरकार ने भांजे-भांजियों के लिए किड्स फ्रेंडली कोविड वैक्सीनेशन सेंटर तैयार कर लिया है. यहां 2 से 12 साल तक के बच्चों को वैक्सीन दिया जाएगा. इसे बेदह खास बनाया गया है और साथ ही अट्रैक्टिव लुक भी दिया गया है. सेंटर का रंग रोगन ऐसा किया गया है कि बच्चों को इंजेक्शन का डर खत्म हो जाएगा. उनके फेवरेट कार्टून कैरेक्टर से लेकर पार्क तक तैयार किया गया है. बिल्डिंग का कलर ऐसा चुना गया है कि दूर से ही बच्चे देखकर खुश हो जाएं और आने से डरें नहीं. मम्मी-पापा के साथ आने वाले बच्चे वहीं वैक्सीन लगवाकर खेल भी सकें इसका भी बंदोबस्त किया गया है.
बच्चों के लिए खास किड्स जोन
सेंटर की बिल्डिंग में किड्स जोन बना है जहां उनके फेवरेट खिलौने भी रखे जाएंगे. बच्चे इनके साथ प्रॉपर सैनेटाइजेशन के साथ खेल भी सकते हैं. यहां की बाहरी दीवारों को चटख पीला और नीला लुक दिया गया है. ये देश का पहला ऐसा वैक्सीनेशन सेंटर है जो बच्चों के लिए ही होगा. इससे पहले 2 से 18 साल के बच्चों के लिए जल्द सरकार वैक्सीनेशन शुरु करने जा रही है. हांलाकि तारीख का ऐलान होना बाकी है. लेकिन एमपी में बच्चों के लिए उनका वेक्सीनेशन का एक्सक्लूसिव सेंटर तैयार है.
देश का पहला किड्स फ्रेंडली कोविड वैक्सीनेशन सेंटर. वैक्सीनेशन सेंटर पर बनेंगे अभिभावक बूथ
मध्य प्रदेश में यूपी सरकार की तर्ज पर 12 साल तक के बच्चे के पैरंट्स को कोरोना वैक्सीन लगाने में प्राथमिकता देने की बात की जा रही है. ये उसी के तहत तैयार की गई फैसिलिटी है. एमपी सरकार ऐसे ही हरेक वैक्सीनेशन सेंटर पर अभिभावक बूथ बनाने पर विचार कर रही है. यहां बच्चों को संभावित कोरोना इंफेक्शन से बचाना है.
सीएम ने दिखाई किड्स वैक्सीनेशन सेंटर की पहली झलक
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इस सेंटर की बिल्डिंग की तस्वीरें ट्वीट की हैं और जबलपुर स्मार्ट सिटी एवं स्वास्थ्य विभाग को बधाई दी है. जिन अभिभावकों के बच्चे 12 साल से कम उम्र के हैं, उनको वैक्सीनेशन में प्राथमिकता मिलेगी. ऐसे ही सेंटर बाकि के बड़े शहरों में भी तैयार करने के लिए सीएम ने कहा है. हांलाकि अधिकारियों को निर्देश भी जारी किए हैं कि हर जिले में कार्ययोजना बनाए जाएं जहां पर बच्चों के लिए खास बंदोबस्त हों. अभिभावक के लिए भी स्पेशल बूथ बनाएं जाएंगे ताकि अभिभावक और बच्चे दोनों सुरक्षित रहें.
कब से शुरु हो रहा है बच्चों का वैक्सीनेशन
- बच्चों के लिए तैयार हुए कोरोना वैक्सीन का 2 से 18 साल के बच्चों पर हुए ट्रायल का डेटा SEC और CDCSO को सौंप दिया गया है.
- CDSCO की कुछ मंजूरियों के बाद बच्चों के लिए वैक्सीन लॉन्च होगी.
- बच्चों को 28 दिन में 2 डोज लगाई गई. ट्रायल में वैक्सीन को बच्चों पर असरदार माना गया वो भी बिना किसी साइड इफेक्ट के.
- बच्चों की वैक्सीन को लेकर केंद्र सरकार गाइडलाइन बना रही है.
- पहले ये उन्हे लगेगी जिन्हें कैंसर, अस्थमा या कोई गंभीर बीमारी है.