Gujarat Crime: वडोदरा में फर्जी आधार कार्ड बनाकर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, महिला समेत 5 अरेस्ट - गुजरात क्राइम
गुजरात में पुलिस ने फर्जी आधार कार्ड बनाकर फाइनेंस कंपनी को लाखों का चूना लगाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने गिरोह के 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. उनके पास से पुलिस ने 6 डुप्लीकेट आधार कार्ड, 3 असली आधार कार्ड और 6 मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं. आपको बता दें ये आरोपी फर्जी आधार कार्ड बनाकर फाइनेंस कंपनी के जरिए सस्ते दामों पर इलेक्ट्रॉनिक सामान खरीदने और बेचने का काम करते थे.
फर्जी आधार कार्ड
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Published : Jun 24, 2023, 12:41 PM IST
वडोदरा:गुजरात के वडोदरा में फर्जी आधार कार्ड बनाकर फाइनेंस कंपनी के जरिए सस्ते दामों पर इलेक्ट्रॉनिक सामान खरीदने और बेचने का घोटाला पकड़ा गया है. यह घटना वडोदरा के कारेलीबाग थाना क्षेत्र की बताई जा रही है. शिकायत के आधार पर कारेलीबाग पुलिस ने एक महिला समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया है. साथ ही मौके से पुलिस ने एसी, टीवी, फ्रिज समेत ₹4 लाख से अधिक के सामान बरामद किया है. इसके साथ ही पुलिस ने 6 डुप्लीकेट आधार कार्ड, 3 असली आधार कार्ड और 6 मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं.
डीसीपी पन्ना मोमाया ने बताया कि यह आरोपी कारेलीबाग थाना क्षेत्र में डुप्लीकेट आधार कार्ड बनवाकर अलग-अलग जगहों से लोन ले रहे थे. एसी, टीवी, फ्रिज समेत अन्य सामान खरीदकर बेच रहे थे लेकिन जब बैंक कर्मचारी वसूली के लिए गए तो आधार कार्ड पर पता फर्जी निकला. आरोपियों ने इस तरह से धोखाधड़ी को अंजाम दिया. पुलिस ने इस पूरे गिरोह का पर्दाफाश कर लिया है.
डीसीपी ने बताया कि फाइनेंस कंपनी की ओर से पहले भी इस तरह की शिकायत की गई थी लेकिन तब पुलिस इस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया लेकिन जब पुलिस ने गंभीरता से इस पर तहकीकात शुरू की तो पता चला कि कोई ऐसा गिरोह सक्रिय है, जो लगातार डुप्लीकेट आधार कार्ड बनाकर फर्जीवाड़ा कर रहा है. ऐसे पुलिस ने जांच आगे बढ़ाई तो डुप्लीकेट आधार कार्ड बनाने वाला गिरोह पुलिस के हत्थे चढ़ गया.
पुलिस ने बताया कि पांच आरोपियों में से अल्लारखा उर्फ अल्लू नूर मुहम्मद शेख पर पहले साल 2019 में पानीगेट और सिटी पुलिस स्टेशनों में डुप्लिकेट आधार कार्ड बनाने के लिए मामला दर्ज किया गया था. नूर मुहम्मद अपने कंप्यूटर से डुप्लीकेट आधार कार्ड प्रिंट करता था और चार अन्य आरोपियों को भी डुप्लीकेट आधार कार्ड देता था. लोग डुप्लीकेट आधार कार्ड फाइनेंस कंपनी को देकर शोरूम से एसी, टीवी और फ्रिज समेत सामान खरीदते थे. कुल मिलाकर एक ही व्यक्ति के नाम पर करीब 4 से 6 आधार कार्ड बना कर ये फर्जीवाड़ा चल रहा था.