नौबतपुर में बाबा बागेश्वर का कार्यक्रम पटना:कथा वाचक पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री उर्फ बाबा बागेश्वर13 मई से पटना जिले के नौबतपुर स्थित तरेत पाली मठ में प्रतिदिन हनुमंत कथा करते हैं. आज चौथे दिन भी बाबा प्रवचन करेंगे. 17 मई तक उनका कार्यक्रम तय है. सोमवार को उनका दिव्य दरबार लगाया गया. जहां अलग-अलग तरह की समस्या लेकर श्रद्धालु पहुंचे थे. बागेश्वर बाबा के दरबार आकर ये लोग खुश दिखे और आश्वस्त दिखे कि अब उनका कष्ट का निवारण होगा.
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हां-ना के बाद लगा दिव्य दरबार: सोमवार को बाबा का दिव्य दरबार लगा था लेकिन उसको लेकर रविवार शाम से लेकर सोमवार दोपहर तक लगातार अटकलबाजी होती रही. पहले ऐलान किया गया कि दिव्य दरबार नहीं लगेगा लेकिन दोपहर होते-होते खबर आई कि भक्तों के इच्छा का सम्मान करते हुए दिव्य दरबार लगेगा. करीब डेढ़ घंटे तक चले दिव्य दरबार में 25 लोगों की पर्ची निकाली गई.
दरबार में लाखों की भीड़: पटना जिले का नौबतपुर जिला का तरेत पाली मठ देशभर के लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. मध्य प्रदेश से चलकर बाबा बागेश्वर 5 दिनों की यात्रा पर नौबतपुर में हैं. नौबतपुर में हर रोज बाबा का दरबार सज रहा है. लाखों की भीड़ बाबा का प्रवचन सुनने और दर्शन के लिए उमड़ रही है. तरेत मठ ने इंतजाम का बीड़ा उठाया है स्थानीय स्वयं सेवक भी बढ़-चढ़कर भूमिका निभा रहे हैं.
व्यवस्था से संतुष्ट नहीं दिखे श्रद्धालु:श्रद्धालु और स्थानीय लोगों में इस बात की निराशा है कि प्रशासन की ओर से भीड़ को देखते हुए पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए हैं. लोग बाग परेशानियों से जूझते हुए मूर्छित भी हो रहे हैं, जिनके इलाज की व्यवस्था भी पर्याप्त नहीं है. लाखों लोगों की भीड़ है लेकिन दो या तीन एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है. आयोजकों ने तीन टेंट पंडाल बनवाए हैं, जो नाकाफी साबित हो रहे हैं. आलम ये है कि लोगों को चिलचिलाती धूप में खुले आकाश में बैठना पड़ रहा है.
पेयजल और शौचालय को लेकर भी शिकायत:लोगों का कहना है कि पीने के पानी की मुकम्मल व्यवस्था भी नहीं है. प्रशासन की ओर से दो टैंकर की व्यवस्था की गई है, जो पर्याप्त नहीं है. महिलाओं के लिए विशेष व्यवस्था नहीं की गई है. एक ओर जहां रात्रि में खुले आकाश में महिलाएं सोने को मजबूर हैं तो दूसरी तरफ शौचालय की व्यवस्था भी पर्याप्त नहीं है. लोग खुले में शौच करने को मजबूर हैं. पर्याप्त लाइटिंग की व्यवस्था नहीं होने के चलते असामाजिक तत्वों की गतिविधि भी बढ़ी हुई है. पॉकेटमारी की भी घटना सामने आ रही है. क्लोज सर्किट कैमरे भी नदारद हैं.
"बाबा बागेश्वर के दरबार में आकर अभिभूत हूं. समस्या है लेकिन उसका फर्क हम लोगों पर नहीं पड़ता है. ऐसा प्रतीत होता है कि बाबा बागेश्वर और हनुमान जी ने ही व्यवस्था की कमान संभाल रखी है. प्रशासन और सरकार के बस की बात नहीं है"- सुनील कुमार सिंह, श्रद्धालु
"सरकार की ओर से हम लोगों को सिर्फ पुलिस प्रशासन का सहयोग मिला है. बाकी व्यवस्था स्थानीय स्तर पर की गई है. हम लोग कोशिश कर रहे हैं कि यहां आने वाले लोगों को किसी तरह की समस्या ना हो"-रोशन कुमार, आयोजक
बाबा बागेश्वर ने प्रशासन की तारीफ की:बागेश्वर बाबा के कार्यक्रम को लेकर बिहार में राजनीति भी खूब हो रही है. आरजेडी के नेता जहां विरोध कर रहे हैं, वहीं बीजेपी के नेता खुलकर बाबा का समर्थन कर रहे हैं. कई बड़े नेता बाबा के मंच पर मौजूद रहते हैं. सोमवार को बाबा की सहमति पर आयोजन समिति के लोगों ने डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से मुलाकार कर कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया. हालांकि तेजस्वी ने बाद में स्पष्ट कर दिया कि वह बाबा से मिलने नहीं जाएंगे. वहीं दिव्य दरबार के दौरान बाबा ने पुलिस-प्रशासन की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि गर्मी और पसीने के बीच भी पुलिसकर्मी अच्छा काम कर रही है. यहां का पुलिस-प्रशासन बहुत अच्छा है.