देहरादून : चमोली जिले के तपोवन और रैणी गांव में रविवार सुबह जो आपदा आई थी, उसमें देहरादून जिले के कालसी विकासखंड के चार लोग लापता हैं. लापता लोगों में दो सगे भाई हैं. परिजनों का अभीतक उनसे कोई संपर्क नहीं हो पाया है. अनहोनी की आशंका में परिजनों की सांसें अटकी हुई हैं. परिजन उनके सकुशल लौटने के लिए अपने इष्ट देवता से लगातार प्रार्थना कर रहे हैं. गांव के कुछ व्यक्ति लापता लोगों की तलाश में तपोवन गए हैं. ईटीवी भारत की टीम पीड़ित परिवार से बात की.
पंजिया गांव निवासी जवाहर सिंह और उनकी पत्नी ने बताया कि उनके दो बेटे संदीप और जीवन तीन महीने पहले ही मजदूरी करने जोशीमठ गए थे, लेकिन आपदा केे बाद से ही उनसे कोई संपर्क नहीं हो पाया है. संदीप का तो रिश्ता भी तय हो गया था. संदीप और जीवन की खोज में उनके चाचा तिलक सिंह तपोवन गए हैं. पूरा परिवार भगवान से प्रार्थना कर रहा है कि उनके दोनों बच्चे सकुशल हों.
संदीप और जीवन के बड़े भाई जगत सिंह ने बताया कि गांव के छह लोग तपोवन में काम करने गए थे, जिसमें चार लोग लापता हैं, जबकि दो लोगों की उस दिन नाइट ड्यूटी थी, इसलिए वो बच गए. उधर, पंजिया गांव के ही रहने वाले पूरण सिंह और उनकी पत्नी ट्यूडी देवी का भी कुछ ऐसा ही हाल है. उनके यहां भी पिछले चार दिन से चूल्हा नहीं जला है. पूरण सिंह का बेटा हर्ष भी तपोवन में मजदूरी करने गया था, लेकिन उनका भी बेटे से कोई संपर्क नहीं हो पाया है. मां को उम्मीद है कि उनका बेटा सकुशल होगा और जल्दी ही उनके पास आएगा.