समस्तीपुरः महाराष्ट्र में 40 मंजिला बिल्डिंग से लिफ्ट गिरने के कारण उसमें दबकर बिहार के 4 मजदूरों की दर्दनाक मौत हो गई है. सभी मजदूर समस्तीपुर के विभूतिपुर थाना क्षेत्र के बरेठा टोला के रहने वाले थे. हादसे की जानकारी मिलते ही मृतकों के परिवार में कोहराम मच गया. वहीं पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसरा है. सीएम नीतीश कुमार ने भी शोक संवेदना व्यक्त कर मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए अनुग्रह अनुदान देने की घोषणा की है.
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बिहार के चार मजदूरों की मुंबई में मौतःस्थानीय लोगों ने बताया कि सभी मजदूर इसी महीने की चार सितंबर को गांव से महाराष्ट्र गए थे. वहीं एक साथ इस बिल्डिंग साइट्स पर कम कर रहे थे. हादसे की जानकारी के बाद से ही मृतकों के परिवारों के घर पर लोगों की भीड़ जुटी गई. खबर लिखे जाने तक पीड़ित परिवार के यहां कोई भी प्रशासनिक अमला नहीं पहुंचा था. परिवार वालों ने बताया कि रविवार की रात कंस्ट्रक्शन कंपनी के द्वारा सूचना मिला की निर्माणाधीन बिल्डिंग में लिफ्ट का तार टूट जाने से दबकर चारों मजदूर की मौत हो चुकी है.
घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल. 'मुंबई में नहीं मिल रहा कोई सहयोग':परिवार वालों का कहना है कि घटना के बाद मुंबई में किसी भी तरह से चारों मजदूर परिवार के सदस्यों को कोई सहयोग नहीं मिल रहा है, चारों मजदूर के शव को गांव लाने को लेकर कोई भी मुकम्मल व्यवस्था नहीं की जा रही है, न ही घटना के बाद गांव में अब तक कोई भी स्थानीय पदाधिकारी किसी भी पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे हैं.
"इसी महीने मुंबई में काम करने गए थे सभी लोग, रविवार की रात कंस्ट्रक्शन कंपनी से फोन आया कि निर्माणाधीन बिल्डिंग में लिफ्ट गिरने से चार मजदूरों की मौत हो गई है, गांव के कुछ लोग शवों को लाने के लिए थाने गए हैं. लेकिन वहां के प्रशासन से कोई मदद नहीं मिल रही है"-पीड़ित परिवार
मृतकों के परिवार में पसरा मातम. जिला प्रशासन की ओर से मृतकों की पुष्टि नहींः स्थानीय लोगों की माने तो इस हादसे में गांव के योगेंद्र दास के पुत्र कारी दास, होरील दास के पुत्र रूपेश कुमार, धनपत दास के पुत्र मंजेश कुमार,और उमेश दास के पुत्र सुनील दास की मौत हो गई है. हालांकि इस हादसे में जान गंवाने वाले मजदूरों को लेकर जिला प्रशासन ने अभी कोई लिस्ट जारी नहीं की है. वैसे सभी मृतक के परिवार आर्थिक रूप से काफी कमजोर हैं.
जिला पार्षद सदस्य ने दी परिवार को सांत्वना : वहीं, घटना की जानकारी मिलते ही जिला पार्षद सदस्य अमन कुमार गांव पहुंचकर सभी पीड़ित परिवार से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी. साथ ही मुंबई के पदाधिकारी से वार्ता कर पीड़ित परिवार को सहयोग करने की मांग की है. अभी तक किसी भी मजदूर के शव को गांव नहीं लाया गया है, इस संबंध में विभूतिपुर थानाध्यक्ष कुछ भी नहीं बता पा रहे हैं.