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पश्चिम बंगाल में बीएफ 7 के चार मामले सामने आए

पश्चिम बंगाल में हाल ही में अमेरिका से आये चार लोग ओमीक्रॉन वायरस बीएफ 7 से संक्रमित मिले हैं. एक स्वास्थ्य अधिकारी ने यह जानकारी दी कि मरीजों की हालत फिलहाल स्थिर है.

Four from Kolkata test positive
प्रतिकात्मक तस्वीर

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Published : Jan 5, 2023, 8:06 AM IST

सागर द्वीप (पश्चिम बंगाल) : पश्चिम बंगाल में ओमीक्रॉन वायरस के बीएफ 7 स्वरूप के चार मामले सामने आए हैं. एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि हाल में अमेरिका से लौटे चार लोगों के जीनोम अनुक्रमण से पुष्टि हुई कि वे कोरोना वायरस के नए स्वरूप से संक्रमित हैं. उन्होंने बताया कि चारों मरीजों की हालत स्थिर है. अधिकारी ने बताया कि चार लोगों में से तीन नदिया जिले के हैं जो एक ही परिवार से हैं, जबकि एक व्यक्ति बिहार का रहने वाला है, लेकिन वर्तमान में कोलकाता में रहता है.

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उन्होंने बताया कि राज्य के स्वास्थ्य विभाग को पता चला कि कुल 33 लोग इन चार संक्रमित मरीजों के संपर्क में आए हैं. उन्होंने कहा कि सभी 33 लोग स्वस्थ हैं और हम उनकी स्थिति पर नजर रख रहे हैं. पिछले महीने से कोलकाता हवाई अड्डे पर विदेश से आने वाले सभी यात्रियों की जांच में जिन व्यक्तियों में संक्रमण की पुष्टि हुई थी उनके नमूने जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजे गए थे. पिछले हफ्ते कोलकाता हवाई अड्डे पर एक विदेशी नागरिक सहित दो व्यक्तियों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई थी और उनके जीनोम अनुक्रमण में बाद में पुष्टि हुई कि वे ओमीक्रॉन के बीएफ 7 स्वरूप से संक्रमित हैं.

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कोविड प्रतिबंधों पर सरकारों को विशेषज्ञों की सलाह सुननी चाहिए : आईएटीए :इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (आईएटीए) ने चीन से यात्रियों के लिए यात्रा प्रतिबंधों को लागू करने के बाद, पिछले तीन वर्षों में अप्रभावी साबित हुए उपायों की अचानक बहाली पर निराशा व्यक्त की है. आईएटीए के महानिदेशक विली वॉल्श ने कहा कि कई देश चीन से आने वाले यात्रियों के लिए कोविड-19 जांच और अन्य उपायों की शुरुआत कर रहे हैं, भले ही वायरस पहले से ही उनकी सीमाओं के भीतर व्यापक रूप से फैल रहा है. पिछले तीन वर्षों में अप्रभावी साबित हुए उपायों की अचानक बहाली को देखना बेहद निराशाजनक है.

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आईएटीए ने कहा कि ओमिक्रॉन वैरिएंट के फैलने के लिए गए शोध से निष्कर्ष निकाला है कि यात्रा के रास्ते में बाधाएं डालने से संक्रमण के चरम प्रसार पर कोई फर्क नहीं पड़ा है. हालांकि, प्रतिबंधों से कोरोना के फैलने में कुछ दिनों की देरी हुई है. यदि दुनिया के किसी भी हिस्से में कोई नया वैरिएंट सामने आता है, तो उसी स्थिति की अपेक्षा की जाएगी. इसलिए सरकारों को विश्व स्वास्थ्य संगठन समेत उन विशेषज्ञों की सलाह सुननी चाहिए, जो यात्रा प्रतिबंधों के खिलाफ सलाह देते हैं. हमारे पास अप्रभावी उपायों का सहारा लिए बिना कोविड-19 का प्रबंधन करने के लिए उपकरण हैं.

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(एक्सट्रा इनपुट: पीटीआई भाषा)

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