लखनऊ के चार बस अड्डों के नाम बदले जाएंगे. लखनऊ. देश की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों की याद में योगी सरकार बस स्टेशनों के नाम शहीदों के नाम पर रख रही है. प्रदेश के जिस जिले स्वतंत्रता संग्राम के दौरान कोई शहीद हुआ है, तो उस जिले में बस स्टेशन का नाम उनके नाम से जाना जाएगा. सरकार ने इसके लिए सभी जिलों को निर्देशित कर दिया है. जिसको लेकर जिलाधिकारी अपने यहां से शहीदों की सूची तैयार कर सरकार को भेज रहे हैं. इस बीच लखनऊ के चारों बस स्टेशनों (bus stations of Lucknow) के नाम शहीदों के नाम पर तय भी हो गए हैं.
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक संजय कुमार का कहना है कि प्रदेश के जिन स्थानों से देश की स्वतंत्रता में योगदान देने वाले क्रांतिकारियों के नाम मिल रहे हैं, उन्हीं नामों पर बस स्टेशनों का नाम रखा जाएगा. लखनऊ के चार बस स्टेशन के नाम तय हुए हैं, जल्द ही इन बस स्टेशनों का नामकरण इन क्रांतिकारियों के नाम पर होगा.
राजधानी लखनई का चारबाग बस स्टेशन (Charbagh bus station), कैसरबाग बस स्टेशन, आलमबाग बस स्टेशन (Alambagh bus stand) और अवध बस स्टेशन के नाम आने वाले दिनों में बदल दिए जाएंगे. प्रदेश के पीपीपी मॉडल पर बने पहले बस स्टेशन आलमबाग का नाम क्रांतिकारी वीरांगना ऊदा देवी के नाम पर रखा जा रहा है. प्रदेश के पहले एसी बस स्टेशन के रूप में स्थापित कैसरबाग बस स्टेशन को आने वाले दिनों में बेगम हजरत महल बस स्टेशन के नाम से जाना जाएगा. चारबाग बस स्टेशन को क्रांतिकारी पंडित राम प्रसाद बिस्मिल बस स्टेशन के नाम से और अवध बस स्टेशन को ठाकुर रोशन सिंह के नाम से जाना जाएगा.
पहले इन नामों से जाने जाते थे बस स्टेशनःगौरतलब है कि आलमबाग बस स्टेशन को पहले डॉ. भीमराव अंबेडकर बस स्टेशन के नाम से जाना जाता था. वर्तमान में आलमबाग बस स्टेशन के रूप में चर्चित है. लेकिन अब यह बस स्टेशन वीरांगना ऊदा देवी बस स्टेशन के नाम पर होगा. इसी तरह साल 2017 में राजधानी के चौथे बस स्टेशन के रूप में तैयार हुए कमता बस स्टेशन का नाम साल 2020 में अवध बस स्टेशन रखा गया था.
इस समिति ने तय किए नामःबस स्टेशनों के नाम तय करने वाली समिति में लखनऊ के जिलाधिकारी, लखनऊ के सहायक संभागीय अधिकारी (प्रशासन), जिला सूचना अधिकारी, जिला पर्यटन अधिकारी और सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक शामिल थे. इस समिति के अध्यक्ष जिलाधिकारी थे जबकि तीन सदस्य थे और सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक सदस्य सचिव थे. इसी समिति ने चारों बस स्टेशनों के नाम तय किए हैं.
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