विदिशा: सोमवार को बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद सहित अन्य हिंदूवादी संगठनों ने गंज बासौदा के सेंट जोसेफ कॉन्वेंट स्कूल में जमकर (Hindutva organizations uproar) बवाल किया. हंगामे के दौरान स्कूल में परीक्षा चल रही थी, इसके बावजूद स्कूल में तोड़फोड़ करते हुए काफी देर तक हंगामा किया. हिंदूवादी संगठनों का आरोप है कि स्कूल के 8 छात्रों का धर्मांतरण कराया गया है. गंजबासौदा के एसडीएम रोशन राय ने प्रकरण को संज्ञान में लेकर स्कूल प्रबंधन को तलब किया है, वहीं घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस बल स्कूल परिसर और आसपास के क्षेत्रों में तैनात कर दिया है. इस मामले में चार आरोपियों (Four arrested in uproar against religious conversion) की गिरफ्तारी भी हो चुकी है. गृह मंत्री ने वीडियो पोस्ट करते हुए ट्विटर पर लिखा- विदिशा जिले के गंजबासौदा में मिशनरी स्कूल पर पथराव की घटना में 4 लोग हिरासत में लिए गए हैं, स्थानीय पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसके भी निर्देश दिए गए हैं.
सेंट जोसेफ स्कूल में तोड़फोड़
धर्मांतरण की शिकायत पर हिंदूवादी संगठनों ने स्कूल की बिल्डिंग को पथराव (St Joseph Convent School damaged) करके नुकसान पहुंचाया, वहीं स्कूल के प्रांगण और आसपास लगे बोर्ड को प्रदर्शनकारियों ने तोड़ डाला. तोड़फोड़ होने की वजह से विद्यार्थियों को ऊपरी तल पर बने अलग कक्ष में सुरक्षित पहुंचा दिया गया था. वहीं गृह मंत्री ने साफ कहा है कि विदेशी फंडिंग का गलत उपयोग कर धर्मांतरण कराने वाले NGO और PFI जैसे संगठनों की भूमिका की पूरी जांच की जा रही है, जांच में दोषी पाए जाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
धर्मांतरण के आरोप पर हंगामा
इस घटना को लेकर प्रदर्शन करने वाले विश्व हिंदू परिषद के विभाग प्रमुख नीलेश अग्रवाल का कहना है कि गंज बासौदा निवासी राजेश माथुर ने दान स्वरूप यह जमीन स्कूल वालों को अस्पताल बनाने के लिए दी थी, लेकिन यहां व्यावसायिक गतिविधियां स्कूल के रूप में संचालित की जा रही हैं. इसमें मोटी फीस विद्यार्थियों से वसूली जाती है तो वहीं पिछले दिनों यहां के 8 छात्रों के धर्मांतरण (Uproar over conversion in school) का मामला सामने आया है. मुख्यमंत्री व कलेक्टर से मांग करते हैं कि स्कूल की जांच कराई जाए और दोषियों पर कार्रवाई हो.