नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन को सफदरजंग अस्पताल में न्यूरो सर्जन से दिखाने के बाद तिहाड़ ले जाया गया है. बता दें, इससे पहले सुबह ही उनकी तबियत बिगड़ गई थी, जिस कारण उन्हें सफदरजंग अस्पताल लाया गया था. पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच उन्हें तिहाड़ जेल से अस्पताल लाया गया था. अभी कुछ दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट में जैन के वकील ने बताया था कि उनका वजन 35 किलो कम हो गया है. मनी लांड्रिंग के आरोप में तिहाड़ की जेल संख्या सात में बंद जैन का वजन लगातार घट रहा है. बता दें कि जैन 31 मई 2022 से तिहाड़ जेल में बंद हैं. जैन की जब गिरफ्तारी हुई थी तब उनका वजन 97 किलो था. अब वजन घटकर 62 किलो हो गया है.
दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन की जेल जाने से पहले और बाद की तस्वीर जेल सूत्रों की मानें तो वह किसी भी तरह का अन्न नहीं खा रहे हैं. वह खाने में रोटी, चावल, दाल या अन्य जो भी खाना जेल में उपलब्ध होता है वह नहीं खाते हैं. उनका कहना है कि वह जेल में रहते हुए अन्न नहीं खा सकते हैं. जेल में सूर्यास्त से पहले फल और सलाद खाते हैं. उनके गिरते वजन को देखते हुए उनके स्वास्थ्य पर डॉक्टरों की टीम लगातार निगरानी रख रही है. ताकि उन्हें कोई स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्या ना हो जाए.
खटखटाया था सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा
जैन ने दिल्ली हाई कोर्ट द्वारा 21 अप्रैल को अपनी जमानत याचिका खारिज होने के बाद सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. हाई कोर्ट ने जैन की जमानत याचिका यह कहते हुए खारिज कर दी थी कि वह एक प्रभाशाली व्यक्ति हैं. इसलिए सबूतों से छेड़छाड़ कर सकते हैं. जैन ने अब जमानत याचिका खारिज करने के दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश को चुनौती दी है.
जैन को कथित रूप से उनसे जुड़ी चार कंपनियों के जरिए धनशोधन के आरोप में प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार किया था. सत्येंद्र जैन ने पहले कहा था कि उनके खिलाफ कोई मामला नहीं बनता है और उन्होंने जांच में पूरा सहयोग किया है. चार्जशीट दाखिल करने के बाद उनको जेल में रखने की कोई आवश्यकता नहीं थी. उल्लेखनीय है कि ईडी ने सत्येंद्र जैन के खिलाफ 2017 में भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत दर्ज सीबीआई की प्राथमिकी के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था. उन्हें सीबीआई द्वारा दर्ज मामले में छह सितंबर 2019 को ट्रायल कोर्ट ने नियमित जमानत दी थी.
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