जयपुर.राजस्थान सरकार के खनन माफियाओं पर अंकुश लगाने के तमाम दावों के बावजूद भी माफियाओं के हौसले काफी बढ़ गए हैं. जयपुर के कानोता इलाके में अवैध खनन रोकने गई वन विभाग की टीम पर खनन माफिया से जुड़े लोगों ने जानलेवा हमला कर दिया और उनपर पत्थर बरसाए. इससे वन विभाग के 5-7 कर्मचारी घायल हो गए और टास्क फोर्स में शामिल अधिकारियों व कर्मचारियों को बमुश्किल जान बचाकर भागे. अब वन विभाग के रेंजर ने कानोता थाने में खनन माफिया से जुड़े लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज करवाया है. इसके साथ ही राजस्थान पुलिस बदमाशों की तलाश में जुट गई है.
वन विभाग के रेंजर पृथ्वीराज मीणा के अनुसार, 10 जून को सुबह 9:30 बजे बस्सी के पास बाल्यावाला में मिट्टी की अवैध रूप से खुदाई करने और ट्रैक्टर भरने की सूचना मिली थी. इस पर वन विभाग की एक टास्क फोर्स कार्रवाई करने पहुंची. वन विभाग की टीम को देख कर कुछ खनन माफिया मौके पर अपने ट्रैक्टर छोड़कर भाग खड़े हुए. वन विभाग की टीम ने वहां खड़े दो ट्रैक्टर जब्त कर लिए. टीम वहां खड़े तीसरे ट्रैक्टर को जब्त करने की कार्रवाई कर रही थी. इस दौरान बाल्यवाला निवासी लक्ष्मीनारायण पुत्र पोखरमल मीणा ने अपने आदमियों के साथ मिलकर वन विभाग के कर्मचारियों पर हमला कर दिया. उन्होंने वन विभाग की टीम पथराव करना शुरू कर दिया. पथराव में वन विभाग के 5-7 कर्मचारी घायल हो गए और उन्हें भागकर अपनी जान बचानी पड़ी.
ट्रैक्टरों को लेकर भागा आरोपी :खनन माफिया द्वारा अचानक पथराव करने के कारण वन विभाग के कई कर्मचारी घायल हो गए. उन्होंने मौके पर से भागकर अपनी जान बचाई. इसी बीच मौके का फायदा उठाकर लक्ष्मीनारायण मीणा अपना और वन विभाग की टीम द्वारा जब्त किए गए दो अन्य ट्रैक्टर को लेकर मौके से भाग गया. उन्होंने बताया कि कानोता थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जल्द कार्रवाई का भरोसा दिलाया है.