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भूटान घटनाक्रम पर भारत की नजर बनी हुई है : विदेश सचिव - foreign secretary quatra

भूटान के नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल भारत दौरे पर हैं. इन दिनों भूटान को लेकर जिस तरह की खबरें आ रही हैं, भारतीय विदेश सचिव ने बताया कि भारत सभी घटनाक्रमों पर नजर बनाए हुए है.

Indian foreign secretary vinay quatra
भारत के विदेश सचिव विनय क्वात्रा

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Published : Apr 4, 2023, 5:54 PM IST

नई दिल्ली : भारत ने मंगलवार को कहा कि वह चीन के संबंध में उन घटनाक्रमों की बारीकी से निगरानी कर रहा है, जिनका राष्ट्रीय हित पर सीधा प्रभाव पड़ता है. विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने भूटान के किंग जिग्मे खेसर नामग्याल की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक के बारे में मीडियाकर्मियों को जानकारी देते हुए कहा कि सरकार उन सभी घटनाक्रमों पर बहुत बारीकी से नजर रखती है जिनका हमारे राष्ट्रीय हित पर प्रभाव पड़ता है और हम उनकी सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक उपाय करेंगे.

उनका जवाब इस सवाल पर आया कि क्या भूटानी पक्ष ने भारतीय पक्ष को चीन के बारे में जानकारी दी. भूटान भारत के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण देश है और दोनों पक्षों के बीच रक्षा और सुरक्षा संबंधों में पिछले कुछ वर्षों में महत्वपूर्ण विस्तार हुआ है. भूटान के राजा के साथ अपनी बैठक के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी ने हिमालयी राज्य को आगामी 13वीं पंचवर्षीय योजना का समर्थन करने का आश्वासन दिया और अतिरिक्त स्टैंडबाय क्रेडिट सुविधा देने का भी वादा किया.

भारत 1961 से भूटान की पंचवर्षीय योजना अवधि में मदद कर रहा है. कोरोना वायरस महामारी के चरम के दौरान, भारत ने भूटान को टीके भेजे थे. भारत-भूटान संबंधों ने भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच 2017 के डोकलाम गतिरोध बढ़ते हुए देखा, जो 73 दिनों तक चला था. भारत ने क्षेत्र में सड़क के विस्तार के चीन के प्रयासों पर आपत्ति जताई थी, जिसका दावा भूटान ने किया था. इसके चलते गतिरोध पैदा हो गया. डोकलाम भारत के लिए सामरिक महत्व रखता है. भारत और चीन के बीच कई दौर की बातचीत के बाद गतिरोध का समाधान निकाला गया.

इसके बाद अक्टूबर 2021 में, भूटान और चीन ने अपने लंबे समय से चले आ रहे सीमा विवाद को लेकर समझौते पर हस्ताक्षर किए. दोनों देश 400 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करते हैं. भूटान के राजा ने पिछले साल भी सितंबर में भारत का दौरा किया था.

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(आईएएनएस)

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