नई दिल्ली : विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को सिंगापुर के उप प्रधानमंत्री एवं वित्त मंत्री लॉरेंस वोंग सहित दो प्रमुख नेताओं से मुलाकात की तथा वैश्विक आर्थिक और राजनीतिक स्थिति पर विचार-विमर्श किया. इसके साथ ही उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने तथा इसे अगले स्तर तक ले जाने के तरीकों की भी चर्चा की.
जयशंकर जी 20 विदेश मंत्रियों की सात और आठ जुलाई को बाली में आयोजित बैठक में भाग लेने के लिए इंडोनेशिया जाने के दौरान सिंगापुर में रुके थे. जयशंकर ने ट्वीट कर कहा, 'सिंगापुर में उप प्रधानमंत्री एवं वित्त मंत्री लॉरेंस वोंग से मिलकर प्रसन्नता हुई. हमारी द्विपक्षीय साझेदारी को अगले स्तर तक ले जाने को लेकर अच्छी चर्चा हुई. वैश्विक राजनीतिक और आर्थिक स्थिति पर भी विचार-विमर्श हुआ.'
वहीं जयशंकर के साथ मुलाकात करने के बाद वोंग ने ट्वीट कर कहा, 'भारत और सिंगापुर लंबे समय से घनिष्ठ मित्र हैं, दोनों देशों के कई क्षेत्रों में महत्वपूर्ण संबंध हैं. इसलिए आज सुबह भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर के साथ द्विपक्षीय सहयोग और व्यापक भू-राजनीतिक घटनाक्रम के संबंध में चर्चा करना अच्छा लगा.'
जयशंकर ने सिंगापुर के रक्षा मंत्री एनजी इंग हेन से भी भेंट की. उन्होंने ट्वीट किया, 'सिंगापुर के रक्षा मंत्री एनजी इंग हेन को आज दोपहर मेरी मेजबानी करने के लिए धन्यवाद. उनकी अंतर्दृष्टि और दृष्टिकोण से हमेशा फायदा होता है.'
हेन ने ट्वीट कर कहा, 'भारत के विदेश मंत्री डॉ एस. जयशंकर के साथ दोपहर का भोजन कर प्रसन्नता हुई. दोनों देशों और क्षेत्र के लिए स्थिरता प्राप्त करने की खातिर हमारी बातचीत से हमेशा की तरह, मुझे ज्ञान के मोती मिलते है.'
दोनों देशों के आर्थिक और तकनीकी संबंध व्यापक हैं और इनमें लगातार वृद्धि हो रही है. भारत के कुल व्यापार में 3.2 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ 2020-21 में सिंगापुर भारत का छठा सबसे बड़ा व्यापार भागीदार है. दोनों देशों का 2021-22 (अप्रैल-सितंबर 2021) में द्विपक्षीय व्यापार 14.2 अरब अमेरिकी डॉलर था. जी20 एक प्रमुख समूह है जिससे दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाएं जुड़ी हुई हैं. वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का 80 प्रतिशत से अधिक हिस्सा इस समूह के सदस्यों का है तो वहीं वैश्विक व्यापार में 75 प्रतिशत हिस्सेदारी इनकी है और विश्व की कुल आबादी का 60 प्रतिशत हिस्सा इन देशों में हैं.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि विदेश मंत्रियों की दो दिवसीय बैठक से इतर जयशंकर के जी 20 देशों के अपने समकक्षों के साथ कई द्विपक्षीय बैठक करने की उम्मीद है. चीन, रूस और अमेरिका के विदेश मंत्रियों के भी बाली में मौजूद रहने की संभावना है.