दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

फोर्ड फैक्ट्री बंद होने से कर्मचारी की टूटी शादी, अन्य कर्मचारियों की बढ़ी परेशानी

अमेरिकी ऑटोमोबाइल कंपनी फोर्ड मोटर ने अपने भारतीय संयंत्रों को बंद करने के फैसला किया है. हालांकि इसका नुकसान कंपनी के कर्मचारियों को हो रहा है. चेन्नई संयंत्र में कार्यरत एक युवा कर्मचारी की सगाई टूट गई.

casualty
casualty

By

Published : Sep 14, 2021, 5:53 PM IST

Updated : Sep 15, 2021, 12:31 PM IST

चेन्नई :अमेरिकी कंपनी फोर्ड मोटर के भारतीय संयंत्र बंद होने की सूचना का नुकसान कर्मचारियों को होने लगा है. हाल ही में एक युवा कर्मचारी की शादी तय हुई लेकिन जब लड़की के परिवार ने फोर्ड के भारत में वाहन निर्माण छोड़ने के फैसले के बारे में सुना तो उन्होंने सगाई तोड़ने का फैसला कर लिया.

इतना ही नहीं कई श्रमिकों ने आवास और वाहन ऋण लिया है और बकाया का भुगतान किया जाना है. जबकि नौकरी छूटने और अनिश्चित भविष्य की वजह से उन्हें परेशानियां उठानी पड़ेंगी. गणेश चतुर्थी उत्सव के एक दिन पहले 9 सितंबर को फोर्ड इंडिया ने घोषणा की कि वह वाहन असेंबली को बंद कर देगा 2021 की चौथी तिमाही तक सानंद और 2022 की दूसरी तिमाही तक चेन्नई में वाहन और इंजन निर्माण को बंद कर देगा.

फोर्ड इंडिया के देश में चार संयंत्र हैं. चेन्नई और साणंद में वाहन और इंजन संयंत्र. फोर्ड इंडिया ने अन्य तीन को बंद करते हुए साणंद में इंजन संयंत्र का संचालन जारी रखने का फैसला किया है. मंगलवार को यूनियन के पदाधिकारियों ने कहा कि हमने कंपनी के कारखानों को बंद करने के अचानक फैसले पर अपना विरोध व्यक्त किया.

वहीं प्रबंधन ने कहा कि उन्होंने कारखाने को बंद करने की अनुमति के लिए तमिलनाडु सरकार से संपर्क किया है. यूनियन का कहना है कि प्रबंधन मुआवजे के पैकेज के लिए हमारी सहमति चाहता है ताकि श्रमिकों को घर भेजा जा सके. उन्होंने कहा कि बंद करने का निर्णय अपरिवर्तनीय है.

श्रमिकों ने कहा कि प्रबंधन के पास इस बात का कोई जवाब नहीं है कि वे कारखाने के साथ क्या करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि पिछले दो दिनों से उत्पादन बंद कर दिया गया है क्योंकि नौकरी छूटने की संभावना से श्रमिकों का मनोबल टूट गया है.

एक बयान में सीएफईयू ने कहा कि यह स्वीकार नहीं करता है फोर्ड इंडिया के संयंत्रों को बंद करने का निर्णय लिया है. सीएफईयू ने कंपनी प्रबंधन से कारखाने के प्रस्तावित खरीदार के साथ चेन्नई संयंत्र में श्रमिकों के लिए रोजगार सुनिश्चित करने का अनुरोध किया है.

साणंद कर्मचारी संघ के महासचिव नयन कटेशिया ने बताया कि साणंद संयंत्र प्रबंधन ने हमारे साथ चर्चा की. वे जानना चाहते थे कि क्या संयंत्रों को बंद करने के कंपनी के फैसले पर हमारा कोई सवाल है. हमने उनसे भविष्य के बारे में पूछा था.

इंजन संयंत्र के कर्मचारियों की संख्या और यह कब तक चालू रहेगा. हमने उनसे उन संयंत्रों के भविष्य के बारे में भी पूछा, जिन्हें बंद किया जाना है. क्या उन्हें बेचा या पट्टे पर दिया जाएगा. उनके अनुसार प्रबंधन के पास कोई नहीं था जवाब दिया और कहा कि वे वापस आ जाएंगे.

उन्होंने कहा कि उत्पादन लाइनों पर शेष कारों की असेंबली को पूरा करने का काम किया जा रहा है. इंजन प्लांट चल रहा है. फोर्ड के भारत छोड़ने के फैसले से लगभग 5300 कर्मचारियों - श्रमिकों और यूनियन के लिए अनिश्चित भविष्य होगा.

यह भी पढ़ें-ओडिशा: DRDO के चार ठेका कर्मचारी पुलिस हिरासत में, खुफिया जानकारी लीक का आरोप

संघ के अधिकारियों के अनुसार फोर्ड इंडिया के चेन्नई संयंत्र में लगभग 2700 सहयोगी (स्थायी कर्मचारी) और लगभग 600 कर्मचारी हैं. कटेशिया ने कहा साणंद में श्रमिकों की संख्या लगभग 2000 होगी. वहीं फोर्ड इंडिया के अनुसार इस फैसले से लगभग 4,000 कर्मचारियों के प्रभावित होने की उम्मीद है.

Last Updated : Sep 15, 2021, 12:31 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details