अहमदाबाद : बांसुरी और बांसुरी वादक के बारे में तो आपने ने काफी कुछ सुना होगा. लेकिन बांसुरी के शौकीन जेआर जोशी के अनोखे संग्रह के बारे में जानकर आप हैरान हो जाएंगे क्योंकि इनके पास बांसुरी संग्रह की विविधता तो है ही लेकिन इनके पास छोटी-छोटी विदेशी बांसुरियां भी हैं.जेआर जोशी के पास भारत ही नहीं विदेशों कि भी बांसुरी सहित उनके पास लगभग 100 बांसुरियों का संग्रह है. इसमें 2 बांसुरी जर्मन और अमेरिकी बांसुरी हैं, लेकिन जर्मन से मंगाई गई बांसुरी की कीमत 7 से 10 लाख तक है.
श्यामल इलाके के रहने वाले जेआर जोशी एक लेखक हैं. वह अपने विचारों को अपनी कला से लोगों के सामने प्रस्तुत करते हैं. लेकिन उन्होंने अपने मन को बात कहने के लिए बांसुरी का शौक विकसित कर लिया है. ईटीवी भारत से बात करते हुए जोशी ने कहा कि उन्हें बचपन से ही बांसुरी बजाने का शौक था. जब वे एक खाखी बावा के स्थान पर पूजा कर रहे थे, उनके हाथ में एक छोटी सी बांसुरी मिली. जिस पर उनके गुरु ने मदारी धुन सिखाई. उन्होंने बताया कि मेरे शिक्षक ने मुझे नागिन और मदारी धुनें सिखाईं. मेरे शिक्षक भी संगीत में बहुत अच्छे थे. उस समय मुझे बांसुरी या सरगम का ज्ञान नहीं था लेकिन जैसे ही मेरे पास पैसे होने लगे, मैंने तरह-तरह की बांसुरी खरीदनी शुरू कर दी. उन्होंने बताया कि मेरे पास फिलहाल जर्मन श्री की तरह बांसुरी है.