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खुशबूदार फूलों वाले पौधों से सजाएं और महकाएं बगिया

हरे भरे पेड़-पौधे सबको पसंद है, लेकिन उनमें थोड़े रंग बिरंगे फूल हों तो दिल और खुश हो जाता है. फूलों वाले खुशबूदार पौधे न सिर्फ बगीचे या आंगन की खूबसूरती बढ़ाते हैं बल्कि पूरे घर को महकाए रखते हैं. तो आइए जाने कुछ ऐसे ही पौधों और उनकी देखभाल के बारे में .

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फूलों का बागान

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Published : Oct 19, 2021, 1:26 PM IST

हरे भरे पौधों और रंगबिरंगे खुशबूदार फूलों से सजी बगिया या आंगन में बिताये गये कुछ पल भी लोगों के मन को शांत और प्रसन्नचित्त रखने में सक्षम होते हैं. फूलों से लदे पौधे देखने में जितने खूबसूरत लगते हैं, वहीं उसकी खुशबू मन को तरोताजा कर देती है. तभी सदियों से घरों में खुशबूदार फूलों को सजाने की परंपरा भी रही है. आज etv भारत सुखीभव अपने बागवानी के शौकीन पाठकों के साथ कुछ ऐसे ही खुशबूदार व रंगबिरंगे फूलों वाले पौधों तथा उनकी देखभाल से जुड़ी जानकारियां सांझा कर रहा है, जो आपकी बगिया की सुंदरता बढ़ाने के साथ आपके घर को भी महका देते हैं .

गार्डिनिया (Gardenia)

गार्डिनिया (Gardenia)

केप जैस्मिन, कामिनी या गंधराज नाम से भी जाने जाने इस पौधे के फूल न सिर्फ देखने मेंखूबसूरत लगते हैं बल्कि उनकी बेहतरीन खुशबू के चलते उनका इस्तेमाल इत्र बनाने में भी किया जाता है. इस पौधा हर स्थान पर नहीं उगाया जा सकता है क्योंकि इसे ज्यादा धूप और नमी वाले स्थान की जरूरत होती है. इसमें ज्यादा पानी की जरूरत भी नही होती है. इसमें पानी तभी डालना चाहिए जब मिट्टी सुखी हुई प्रतीत हो.

सिट्रस(Citrus)

सिट्रस (Citrus)

नींबू की खट्टी-मीठी सुगंध वाले इन पौधों की सुंगन्ध बेहद तेज होती है. इसका इस्तेमाल मोमबत्ती, साबुन और इत्र आदि में काफी प्रचलित है. सिट्रस के पौधे को सूरज की पर्याप्त रोशनी चाहिए होती है. दिन में करीब 5 घंटे सूरज की रोशनी उनके लिए अच्छी होती है. बसंत का समय सिट्रस पौधे के लिए सबसे आदर्श होता है. इसके छोटे पौधे या बोनजाई गमले में भी उगाये जा सकते हैं, लेकिन ठंड के समय उनका ज्यादा ध्यान रखने की जरूरत होती है. ठंड में इसके गमले को घर के अंदर ऐसे स्थान पर रखना चाहिए जहां उन्हे धूप मिलती रहे लेकिन वे कड़ाके की ठंड से बचे रहें.

प्लूमेरिआ/चम्पा (Plumeria)

प्लूमेरिआ/चम्पा (Plumeria)

“फ्रेंगिपानी” या चम्पा नाम से प्रसिद्ध इस पौधे की अलग अलग देशों में अलग अलग रंगों के फूल वाली प्रजातियां मिलती हैं. इसके फूलों से भीनी सुगंध आती है. रात के समय इसकी सुगंध ज्यादा तीव्र होती है. इन्हे ज्यादा देखभाल की जरूरत पड़ती है. चंपा के पौधे को हमेशा ऐसे स्थान पर लगाना चाहिए. जहां पर लगभग दिन में 6 से 7 घंटे धूप आती हो. इसे पानी तभी देना चाहिए जब पहले दिया हुआ पानी सुख जाएं क्योकि यदि इसमें लगातार कुछ दिन तक नमी बनी रह जाये तो पौधा खराब भी हो सकता है. वहीं सर्दियों में इस पौधे की जड़ को अगर ठण्ड लग जाती है, तो यह सूखना शुरू हो जाता है. इसलिए अगर आपका पौधा छोटा है, तो सर्दियों में उसकी जड़ो में सूखी पत्तियों का ढेर रखें या उसे किसी कपड़े से भी ढककर रखा जा सकता है.

लैवेंडर (Lavender)

लैवेंडर (Lavender)

खूबसूरत जामुनी रंग वाला यह फूल अपनी खुशबू के लिए ये पौधा दुनिया भर में विख्यात है. यह शुष्क वातावरण का पौधा है और इसे महीने में सिर्फ एक बार ही पानी दिया जाता है. इसे धूप और रोशनी की सबसे ज्यादा जरूरत होती है, इसलिए इसके गमले को सीधी धूप में ही रखना चाहिए.

जेरेनियम (Geranium)

जेरेनियम (Geranium)

इस पौधे पर छोटे छोटे फूल खिलते है. जरेनियम से निकलने वाले तेल में सुगंध होता है. इसका इस्तेमाल परफ्यूम बनाने में या फिर कॉस्मेटिक्स और क्रीम बनाने में किया जाता है. इस पौधे को ज्यादा पानी की जरूरत नही होती है.

अरबीजैस्मीन/चमेली (Arabian Jasmine)

चमेली का पौधा एक सदाबहार फूल झाड़ी है. इस लोकप्रिय फूल का इस्तेमाल शादी या पार्टियों की सजावट के साथ कई सौंदर्य समस्याओं जैसे डार्क स्पॉट्स, पिंपल्सऔर तैलीय त्वचा के उपचार के लिए बनाए जाने वाले कॉस्मेटिक और दवाइयों में भी किया जाता है. यह एक बारहमासी पौधा है, लेकिन सर्दियों में इसे ज्यादा देखभाल की जरूरत होती है. यह गमले में सरलता से उगता है और इन्हे कम पानी की जरूरत होती है. यानी एक बार मिट्टी के सुख जाने के बाद ही इस पौधे में दोबारा पानी डालना चाहिए.

रात की रानी (Night-blooming jasmine)

रात की रानी (Night-blooming jasmine)

रात की रानी का फूल बहुत अच्छी खुशबू देता है. इसका तेल या इत्र चिकित्सीय गुणों से भरपूर होता है और त्वचा संबंधी समस्याओं जैसे मुहांसे, चोट के निशान, दाग-धब्बे, पिम्पल में लगाने पर फायदा करता है. कॉस्मेटिक इंडस्ट्री के कई प्रोडक्ट्स, शैम्पू, लोशन आदि बनाने में इसका प्रयोग किया जाता है. इस पौधे को लगाना और देखभाल करना आसान है. वैसे तो यह किसी भी मिट्टीमें लग जाता है, पर यह सामान्य मिट्टी या कुछ नम, बलुई मिट्टी में ज्यादा पोषित होता है. इसे नियमित पानी देते रहना चाहिए तथा कम धूप वाले स्थान जगह पर रखना चाहिए.

रजनीगंधा (Tuberose)

रजनीगंधा (Tuberose)

रजनीगंधा के फूल बेहद खुशबूदार होते हैं . इस पौधे को धूप की जरूरत ज्यादा होती है इसलिए इन्हें ऐसी जगह पर रखना चाहिए जहां कम से कम 4-5 घंटे की धूप पड़ती हो. इसके अतिरिक्त रजनीगंधा 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे का तापमान बर्दाश्त नहीं कर सकता और इसलिए इसे सर्दियों में न उगाएं. इसमें हर हफ्ते एक दिन छोड़ कर पानी दें. ऐसा करने से पौधा ज्यादा पानी की वजह से खराब नहीं होगा. इसमें ज्यादा पोटेशियम वाला कोई भी फर्टिलाइजर काम करेगा.

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