नई दिल्ली:यमुना की उफनाती लहरों की मार झेल रही दिल्ली को अभी राहत मिलने की उम्मीद नहीं है. दिल्ली में एक बार फिर बारिश का दौर शुरू हो गया है. दिल्ली की कई कॉलोनियां तालाब में तब्दील हो गई हैं. हालांकि, यमुना का जलस्तर तेजी से घट रहा है. इस बीच मौसम विभाग ने मध्यम बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग का मानना है कि पंजाब और हरियाणा समेत दिल्ली-एनसीआर के विभिन्न इलाकों में अगले एक हफ्ते तक हल्की से मध्यम बारिश का दौर जारी रहने की पूर्वानुमान है.
पंजाब में पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश ने लोगों के जीवन पर असर डाला है. नदियों के बढ़ते जल स्तर ने कई लोगों को विस्थापित होने पर मजबूर कर दिया है. आंकड़ों पर नजर डालें तो बारिश से 14 जिले प्रभावित हुए हैं. पंजाब में बाढ़ और बारिश से 29 लोगों की मौत हो चुकी है. बाढ़ से 25 हजार लोग प्रभावित हुए हैं. कुछ दिनों से रुकी बारिश से भले ही लोगों ने राहत की सांस ली है लेकिन खतरा अभी भी टला हुआ नहीं दिख रहा है.
पंजाब में बारिश का अलर्ट:मौसम विभाग ने आज पंजाब में बारिश का अलर्ट जारी किया है. आज 15 जिलों में बारिश की संभावना है. इनमें संगरूर, पटियाला, एसएएस नगर, श्री फतेहगढ़ साहिब, लुधियाना, रूपनगर, एसबीएस नगर, फिरोजपुर, तरनतारन, जालंधर, कपूरथला, होशियारपुर, अमृतसर, गुरदासपुर, पठानकोट शामिल हैं, यहां बारिश सामान्य रहेगी.
चंडीगढ़-शिमला हाईवे खुला:हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में भूस्खलन के कारण बंद होने के बाद चंडीगढ़-शिमला एनएच-5 रविवार को फिर से खुल गया है. एसपी सोलन गौरव सिंह ने कहा कि चंडीगढ़ शिमला एनएच-5 पूरी तरह से बहाल हो गया है और दोनों दिशाओं में यातायात सुचारू रूप से चल रहा है. राजमार्ग पर मलबा गिरने से यातायात बाधित हो गया था.
असम में बाढ़ की स्थिति बिगड़ी:उधर, पूर्वोत्तर के असम में शनिवार को बाढ़ की स्थिति और खराब हो गई है. प्रभावित लोगों की संख्या बढ़कर एक लाख से अधिक हो गई. यह जानकारी एक आधिकारिक बुलेटिन में दी गई है. बुलेटिन के मुताबिक राज्य में ब्रह्मपुत्र समेत प्रमुख नदियां उफान पर हैं और राज्य के 17 जिले प्रभावित हैं. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के बुलेटिन के अनुसार बाढ़ में मरने वालों की संख्या सात पर अपरिवर्तित रही क्योंकि कोई ताजा मौत की सूचना नहीं मिली है.
एएसडीएमए के बुलेटिन के मुताबिक बक्सा, बिश्वनाथ, बोंगाईगांव, चिरांग, धेमाजी, धुबरी, डिब्रूगढ़, गोलाघाट, जोरहाट, लखीमपुर, माजुली, मोरीगांव, नागांव, शिवसागर, सोनितपुर, तामुलपुर और तिनसुकिया जिलों में कुल 1,07,829 लोग बाढ़ के कारण प्रभावित हुए हैं. राज्य के इन्हीं जिलों में शुक्रवार को प्रभावित लोगों की संख्या 67,689 थी. ब्रह्मपुत्र धुबरी, तेजपुर और नेमाटीघाट में खतरे के स्तर से ऊपर बह रही है, जबकि गोलकगंज में बुरीदिहिंग और संकोश नदी उफान पर थीं. शुक्रवार सुबह से हिमालयी राज्य से अतिरिक्त पानी छोड़े जाने के कारण भूटान की सीमा से लगे पश्चिमी जिलों में अलर्ट जारी किया गया था.
दिल्ली में असम सीएम:मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने शुक्रवार रात नयी दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और उन्हें बाढ़ की स्थिति के साथ-साथ राज्य सरकार द्वारा उठाए गए राहत और पुनर्वास उपायों से अवगत कराया. उन्होंने स्थिति के लिए राज्य को 340 करोड़ रुपये जारी करने के लिए भी शाह को धन्यवाद दिया. हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि राज्य सरकार ब्रह्मपुत्र से अतिरिक्त पानी को आर्द्रभूमि तक पहुंचाने और बाढ़ से निपटने के लिए सड़क-सह-तटबंध बनाने के प्रयास कर रही है.
जिला प्राधिकारियों ने 93 राहत शिविर और वितरण केंद्र स्थापित किए हैं, जिनमें 4,275 लोगों ने शरण ली है. राज्य में 4168.40 हेक्टेयर फसल क्षेत्र को नुकसान पहुंचा है जबकि 72,315 जानवर भी प्रभावित हुए हैं. गोलाघाट और माजुली में तीन तटबंध प्रभावित हुए जबकि चिरांग, धुबरी, डिब्रूगढ़, गोलाघाट, कोकराझार, लखीमपुर, मोरीगांव और शिवसागर जिलों में 42 सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं. बोंगाईगांव, चराइदेव, धुबरी, डिब्रूगढ़, लखीमपुर, नलबाड़ी शिवसागर और दक्षिण सलमारा जिलों में भी बड़े पैमाने पर कटाव की सूचना मिली है.
पंजाब और हरियाणा में 55 लोगों की मौत:पंजाब और हरियाणा में इस सप्ताह भारी बारिश के कारण आई बाढ़ का पानी कई इलाकों में कम होना शुरू हो गया है और दोनों राज्यों के प्रभावित इलाकों में राहत कार्य जारी है. अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी. पंजाब के 14 और हरियाणा के 13 जिले बारिश से प्रभावित हुए हैं और दोनों राज्यों में वर्षा जनित हादसों में कम से कम 55 लोगों की मौत हो गई है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, पंजाब में बारिश जनित घटनाओं में अब तक 29 लोगों की जान गई है जबकि हरियाणा में यह संख्या 26 है.
पंजाब के बाढ़ प्रभावित विभिन्न जिलों में 25,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया, जबकि हरियाणा में 5,300 लोगों को सुरक्षित निकाला गया. उन्होंने बताया कि हरियाणा के यमुनानगर स्थित हथिनीकुंड बैराज में शाम छह बजे प्रवाह दर 53,370 क्यूसेक और रात आठ बजे 54,619 क्यूसेक थी. अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जल-जनित बीमारियों का खतरा है, इसलिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को ऐसे किसी भी प्रकोप को रोकने के लिए उचित कदम उठाने का निर्देश दिया गया है.