कुल्लू: हिमाचल प्रदेश में मानसून की बारिश पहली बारिश ने ही तबाही का मंजर ला दिया है. कुल्लू जिले में बीती रात हुई भारी बारिश से मौहल खड्ड में अचानक बड़ी मात्रा में पानी आ जाने के चलते खासा नुकसान हुआ है. मौहल खड्ड में आई इस बाढ़ में तकरीबन 10 गाड़ियों की बहने की सूचना मिली है. मिली जानकारी के अनुसार मौहल के मुजक में देर रात बादल फटा था, जिसके बाद नाले का जलस्तर एकाएक बढ़ गया. जिसके चलते नाले किनारे खड़ी हुई गाड़ियां तेज बहाव में बह गई. हालांकि इसमें किसी प्रकार के जान को कोई नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन तकरीबन 10 गाड़ियां पानी में बहने से स्थानीय लोगों सहित वहां रह रहे अप्रवासी लोगों को नुकसान का सामना करना पड़ा है.
मौहल खड्ड में बहीं गाड़ियां: वहीं, स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि मौहल खड्ड में अचानक बाढ़ आने पर उनकी गाड़ियां बह गईं, जिन्हें उन्होंने अपने स्तर पर ही खड्ड से बाहर निकाला है. इस दौरान प्रशासन का कोई भी प्रतिनिधि मौके पर नहीं पहुंचा है. रात करीब 1:00 बजे खड्ड का जलस्तर अचानक बढ़ गया जिससे ये घटना घटित हुई. इसमें बहीं 5 गाड़ियां, तीन ट्रैक्टर एक तार कोल प्लांट के मिक्सचर को जेसीबी और क्रेन की मदद से बाहर निकाल लिया गया.
आधी रात को मौहल खड्ड में दिखा बाढ़ जैसा मंजर: स्थानीय ग्रामीण एवं प्रत्यक्षदर्शी अनूप राम का कहना है कि रात करीब 1:00 बजे उन्हें तेज आवाज सुनाई दी. जिसके बाद जब वह उठे तो उन्होंने देखा कि नाले में काफी अधिक मात्रा में पानी आया हुआ है. इसके बाद वहां पर उन्होंने गाड़ियों को बहते हुए भी देखा. फिर उन्होंने अपने साथ रहने वाले लोगों को भी जगाया, लेकिन काफी अधिक पानी होने के चलते वह गाड़ियों को बहने से नहीं बचा सके. वहीं, उन्होंने कहा कि सुबह होने तक उन्होंने खुद ही गाड़ियों को बाहर निकालने के लिए जेसीबी को बुलाया था, जिसके माध्यम से गाड़ियों को बहने से बचाया गया. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन की तरफ से कोई भी व्यक्ति, अधिकारी वहां नहीं पहुंचा है और उन्हें अपने स्तर पर ही अपने वाहनों को बचाना पड़ा.