नई दिल्ली:अधिकांश लोग इस बात से अनजान हैं कि तिरंगा पूरे वर्ष और 365 दिनों में फहराया जा सकता है. हमारा उद्देश्य अधिक से अधिक भारतीयों को तिरंगा लहराने के लिए प्रेरित करना और इसे गर्व की भावना के साथ लोकप्रिय बनाना है. ये बात फ्लैग फाउंडेशन ऑफ इंडिया के सीईओ मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) आशिम कोहली (Major General (retd) Ashim Kohli) ने 'ईटीवी भारत' से एक विशेष साक्षात्कार में कही.
फ्लैग फाउंडेशन की स्थापना 1980 के सोसायटी पंजीकरण अधिनियम के तहत एक पंजीकृत सोसायटी के रूप में की गई थी. पूर्व सांसद और प्रसिद्ध उद्योगपति नवीन जिंदल ने एक दशक लंबी अदालती लड़ाई जीतने के बाद एक गैर-लाभकारी संस्था जिसने सभी भारतीयों को अपने घरों, कार्यालय और कारखाने में वर्ष के सभी दिनों में राष्ट्रीय ध्वज प्रदर्शित करने में सक्षम बनाया.
2004 में सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया था कि वर्ष के सभी दिनों में प्रत्येक नागरिक द्वारा राष्ट्रीय ध्वज का प्रदर्शन मौलिक अधिकार है. कोहली ने कहा, 'आजादी के बाद हमें एक आम नागरिक के रूप में अपने घर या कार्यालयों में साल के 365 दिन झंडा फहराने का अधिकार नहीं था. इसलिए 1995 से 2004 तक नवीन जिंदल द्वारा लड़ी गई कानूनी लड़ाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने 23 जनवरी, 2004 को एक ऐतिहासिक फैसला दिया. शीर्ष कोर्ट के इस फैसले में सभी नागरिकों को यह अधिकार दिया गया कि वे साल के 365 दिन राष्ट्रीय ध्वज फहरा सकते हैं.'
18 साल से चला रहे अभियान :फ्लैग फाउंडेशन ऑफ इंडिया ने दो तरह से देश का नेतृत्व करने की पहल की है. सबसे पहले अपने कार्यालय, घर आदि में राष्ट्रीय ध्वज के प्रदर्शन के संबंध में देशवासियों को उनके अधिकारों के बारे में शिक्षित करना. दूसरा, फाउंडेशन लोगों को तिरंगा प्रदर्शित करने का सही तरीका भी सिखाता है. मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) कोहली ने केंद्र की हर घर तिरंगा पहल का जिक्र करते हुए कहा कि 'मैं हर घर तिरंगा पहल के लिए भारत सरकार को बधाई देना चाहता हूं. हम पिछले 18 साल से कोशिश कर रहे हैं कि इस संदेश को हर घर में फैलाएं कि आप हमारे दफ्तर और घरों में तुरंत तिरंगा लगाएं. केंद्र सरकार की पहल के साथ दृष्टिकोण कई गुना हो गया है.'