हमारी रोज़मर्रा की, ज़िन्दगी जीने के विकल्प हमारे आस पड़ोस का वातावरण प्रभावित करते हैं, फिर वो पेड़-पौधे हो या फिर पशु-पक्षी। आपको इस बात का अंदाज़ा भी नहीं होगा की आप किस तरह से इस धरती को नुकसान पंहुचा रहे हैं| जहाँ आप चल कर जा सकते हैं, वहाँ आप गाड़ी से जाते हैं, अपने इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स रात को बंद कर के नहीं सोते, इन सब चीज़ो का प्रभाव एकदम से नहीं दिखता, पर समय के साथ हम पर्यावरण को जिस तरह की हानि पंहुचा रहे हैं, वह अब बाढ़, भूस्खलन और पहाड़ो के टूटने से दिख पड़ रहा हैं |
1. दोबारा इस्तेमाल कर सकें ऐसे विकल्प चुनें।
एक बार इस्तेमाल लायक प्लास्टिक को उपयोग में लाना बंद कर दीजिये| अगर सब्जी या घर का किराना लेने जाते हैं तो साथ में कपड़े के थैले लेकर जाएं। किचन में कपड़े के नैपकिन्स का इस्तेमाल करें, कचरे के डब्बे में कम्पोस्टबल बैग का इस्तेमाल करें, ऑफिस हो या घर स्टील या कांच के कॉफ़ी कप्स का इतेमाल करें| आप इन्हे धो कर फिर इस्तेमाल में ला सकते हैं। पेपर नैपकिन, डिस्पोजेबल कप्स, कटोरी या प्लेट्स का जहाँ तक हो सके इस्तेमाल न करें, इनके कई विकल्प हैं जैसे पत्ते के दोने और प्लेट्स और नैपकिन्स की जगह कपड़े के तोलिये का इस्तेमाल कर सकते हैं। इन विकल्पों से आप पर्यावरण को तो संरक्षित कर ही रहे हैं, साथ ही यह आपके पैसे भी बचाता है।
2. अपने कूड़े-कचरे की मात्रा कम करें
आप कहीं घूमे जाते हैं तो दर्ज़नों की संख्या में पानी की प्लास्टिक की बोतल खरदीते हैं और आप इस तरह बहुत प्लास्टिक प्रदूषण फैलते हैं| इसलिए अपने साथ स्टील की या री-उसबले (पुन: प्रयोज्य) प्लास्टिक की बॉटल्स रखें और जहाँ कहीं पानी का साफ़ सुथरा स्रोत दिखे पानी भर लें| ये सेहत के लिए भी अच्छा है, क्योंकि बाजार में मिलने वाला पानी पुराना भी हो सकता है। जीरो वेस्ट अपनाना अपने आप में एक कठिन कार्य है, पर समयानुसार आपको इस जीवनशैली की आदत हो जाएगी| बैटरीज रिचार्जेबल इस्तेमाल करें, कपड़े के शॉपिंग बैग्स का इस्तेमाल करें, पेपर नैपकिन्स की जगह रुमाल और कपड़े के तोलियों को उपयोग में लाएं।
3. अपने फल सब्जियां खुद उगाएं
जी हाँ, ये कोई दूसरी दुनिया का कार्य नहीं हैं, आप अपने घर की बालकनी से लेकर छत या घर के सामने की जगह में सब्जियां ऊगा सकते हैं| इसके कई फायदे हैं, आप बिना कीटनाशक के अच्छी और स्वास्थ्यवर्धक सब्जियां और फल ऊगा सकते हैं, यह कीटनाशक ही जल और पृथ्वी प्रदूषण के कारक हैं। बाज़ार में फल और सब्जियों को व्रैप करने के लिए प्लास्टिक का प्रयोग होता है| आप खुद को उस प्लास्टिक के इस्तेमाल से बचा सकते हैं, बस आपको जीरो वैस्ट अपनाने का प्रण लेना है।