मोतिहारी: बिहार के मोतिहारी में बीते शुक्रवार की शाम चिमनी में जबरदस्त (Motihari Chimney Blast) धमका हुआ था. हादसे में आठ लोगों ने अपनी जान गंवा दी. तीन लोग जिंदगी और मौत के बीच अस्पताल में जूझ रहे हैं. घटना के बाद से शुरू हुआ बचाव और राहत कार्य अभी भी जारी है. इस मामले को लेकर जिले के डीएम कपिल अशोक ने कहा कि आरंभिक जांच में सामने आया है कि जो फ्यूल चिमनी में आग लगने के लिए इस्तेमाल किया गया, वह अलाउड (अनुमति) नहीं था. उन्होंने कहा कि मामले की जांच के लिए पांच सदस्यीय टीम बनायी गयी है. घायल लोगों को सभी स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करायी जा रही है.
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रेस्क्यू कार्य के दौरान एक मानव सिर मिला: ये घटना रामगढ़वा थाना क्षेत्र स्थित नरीरगिर चौक स्थित ईंट भट्ठा के चिमनी में हुई थी. शुक्रवार को घटना के बाद से शुरु हुआ बचाव और राहत कार्य जारी है. आज शनिवार को एक बार फिर एसडीआरएफ और अग्निशमन विभाग की टीम ने चिमनी के मलवा को हटाने का काम शुरु किया. इस दौरान एक मानव सिर और एक मोबाइल बरामद किया गया. एफएसएल और डॉग स्क्वायड टीम को भी मौके पर बुलाया गया है.
"कल जो एक चिमनी भट्टा में बलास्ट हुआ है. प्रारंभिक दृष्टिकोण में सामने आया है कि जो फ्यूल यूज किया जा रहा था, वो टायर या जो अलाउड नहीं किया मेटेरियल का इस्तेमाल किया गया. इसकी सूचना प्राप्त हुई है. दो लोग जो है, अभी भी क्रिटिकल अवस्था में है. इनको सारी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही है. मामले की जांच के लिए टीम गठित की गयी है. अभी रेस्क्यू कार्य जारी है. इस हादसे में सात लोगों की मौत हुई है." - कपिल अशोक, डीएम, पूर्वी चंपारण
डीएम के आदेश पर ध्वस्त किया जाएगा चिमनी:हादसे में घायल लोगों को इलाज के लिए रक्सौल के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जिनमें से तीन की हालत नाजुक होते देख उन्हें बेहतर इलाज के लिए पटना एम्स के लिए रवाना कर दिया गया है.ब्लास्ट के बाद चिमनी के गिरने से भट्ठा के उपर काफी मलवा जमा हो गया था. जिसे हटाने का कार्य चल रहा है. ईंट-भट्ठा में आई दरारों के कारण उसे ध्वस्त करने की बात डीएम ने की है. इसको लेकर निर्देश जारी कर दिया गया है.
प्रशासन ने सात लोगों की मौत की पुष्टि की:डीएम शीर्षत कपिल अशोक (DM Shrishat Kapil Ashok) ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि ईंट-भट्ठा के लिए जो ईंधन उपयोग किया जा रहा था. उससे चिमनी में धुआं जमा हो गया और चिमनी ब्लास्ट हो गया. हादसे में सात लोगों की मौत हुई है और घायलों में दो की हालत गंभीर बनी हुई है. जिनके इलाज का खर्च सरकार के स्तर से किया जा रहा है. मामले की जांच के लिए पांच सदस्यीय टीम बनायी गयी है, जो पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट तैयार करेगी.
उन्होंने बताया कि जांच टीम में आपदा प्रभारी, श्रम अधीक्षक, रक्सौल एसडीओ के अलावा खनन पदाधिकारी के अधिकारी शामिल हैं. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर प्रक्रियानुसार मुआवजा राशी दी जाएगी. राहत और बचाव कार्य लगभग पूरा हो गया है. बावजूद इसके मलवा हटाने का कार्य चल रहा है. चिमनी ब्लास्ट के बाद ईंट-भट्ठा में काफी दरारे आ गई हैं, इसलिए उसे वैसे ही छोड़ना खतरनाक हो सकता है. ऐसे में ईंट-भट्ठा के चिमनी को ध्वस्त किया जाएगा.
CM नीतीश घटना पर दुख जताया: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ईंट-भट्ठे की चिमनी फटने की दुर्घटना में मरने वालों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है. मुख्यमंत्री ने इस हादसे को अत्यंत दुखद बताया है और इस हादसे में मृत लोगों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है. मुख्यमंत्री ने दुख की इस घड़ी में मृतक के शोक संतप्त परिजनों को धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है. मुख्यमंत्री ने हादसे में घायल लोगों के समुचित इलाज कराने का निर्देश दिया है. साथ ही उनके शीघ्र स्वस्थ होने की ईश्वर से कामना की है. इस बीच, मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को ने 4- 4 लाख मुआवजे का ऐलान किया.