मुंबई :ईरान में 18 महीने से फंसे पांच भारतीय नाविकों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर से स्वदेश लौटने में मदद की गुहार लगाई है. सभी युवक साल 2019 में एक भारतीय एजेंट के माध्यम से मर्चेंट नेवी में शामिल होने के लिए ईरान गए थे. इनके नाम हैं- अनिकेत एस. येनपुरे और मंदार एम. वर्लीकर (दोनों मुंबई), प्रणव ए. तिवारी (पटना), नवीन एम. सिंह (नई दिल्ली), और थमिज आर. सेलवन (चेन्नई).
हालांकि, फरवरी 2020 में ओमान के ऊंचे समुद्रों पर नौकायन करते समय, पांचों अनजाने में एक विश्वासघाती समुद्री नशीले पदार्थों की तस्करी रैकेट में फंस गए थे, जिससे उनकी गिरफ्तारी, जेल और यहां तक कि मामले में बरी होने के बाद भी, वे 18 महीनों से वहां फंसे हुए हैं.
भारत में, उनके परिवार के सदस्यों ने प्रधानमंत्री, विदेश मंत्रालय, वहां के ईरानी अधिकारियों और भारत में, ईरान में तैनात भारतीय राजनयिकों को हस्तक्षेप के लिए कई पत्र लिखे, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ.
मुंबई में अनिकेत के परेशान पिता शाम येनपुरे ने कहा, फरवरी 2020 के बाद जैसे-जैसे घटनाएं सामने आईं, इन लड़कों को इस बात का अंदाजा नहीं था कि न केवल उनके सपने चकनाचूर हो जाएंगे, बल्कि उन्हें जेल में डाल दिया जाएगा और भारत में उनके परिवारों से दूर रखा जाएगा.
2019 के मध्य से, सभी उत्साहित युवा - अपनी पहली समुद्री नौकरियों में - फरवरी 2020 में एक 'काली यात्रा' तक एक ईरानी, रजी मुक्कदम के स्वामित्व वाले जहाज 'एमवी आर्टिन10' पर उत्साहपूर्वक अपने कर्तव्यों का पालन कर रहे थे.