मलबे में दबे मिले पांच शव रुद्रप्रयाग(उत्तराखंड): बृहस्पतिवार शाम तरसाली में पहाड़ी से बोल्डरों के साथ भारी मलबा गिरने से केदारनाथ हाईवे का 60 मीटर हिस्सा ध्वस्त हो गया था. इस दौरान एक वाहन भी मलबे में दब गया था. आज मौके से मलबा हटाया गया. जिसके बाद वाहन सहित पांच शव बरामद किए गए हैं. पांचों शवों में एक की पहचान गुजरात के यात्री के रूप में हुई है.
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में बड़ा हादसा केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर फिर एक बड़ा हादसा हुआ है. इस बार पांच लोग मलबे में दबने से मौत का शिकार हुए हैं. इससे पहले तीन अगस्त की रात्रि को चट्टान टूटने के कारण गौरीकुंड में 23 लोग लापता हो गए थे. अब दूसरी इस घटना ने केदारघाटी के लोगों को भयक्रांत कर दिया है. बृहस्पतिवार को तरसाली में पहाड़ी से बोल्डरों के साथ भारी मलबा गिरने से केदारनाथ हाईवे का 60 मीटर हिस्सा ध्वस्त हो गया था, इस दौरान यहां एक वाहन मलबे में दबे होने की सूचना मिली, लेकिन शुक्रवार को वाहन मिलने के बाद सूचना की पुष्टि हो गई. घटना में पांच शव बरामद किए गए.
पढ़ें-रुद्रप्रयाग में 30 घंटे बाद खुला केदारनाथ हाईवे, देवीधार के पास लैंडस्लाइड से हो गया था बंद
चौकी प्रभारी फाटा अजय जाटव ने बताया हाईवे पर आये मलबे में वाहन नम्बर 07 टीबी 6315 स्विफ्ट डिजायर दबा था. जिसमें पांच व्यक्ति सवार थे, जो कि वाहन के अन्दर ही मलबे में मृत अवस्था में पाए गये. मृत व्यक्तियों में जिगर आर मोदी, देसाई महेश, मनीष कुमार, मिन्टु कुमार, पारिक दिव्यांश शामिल हैं. जिनकी पहचान उनके पास से मिले पहचान पत्र के आधार पर की गई.
मलबे से शवों को निकलते पुलिस के जवान पढ़ें-केदारनाथ हाईवे पर तरसाली में बड़ा भूस्खलन, मलबे के नीचे दबा वाहन, NH का 60 मीटर हिस्सा गायब
बता दें रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राजमार्ग पर तरसाली में भारी भूस्खलन से हाइवे बाधित है. यहां मलबे से एक वाहन मिला है, जिसमें पांच शव बरामद हुए हैं. मृतकों की पहचान पहचान पत्र के आधार पर की गई. जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नन्दन सिंह रजवार ने बताया जनपद में भूस्खलन के चलते बीते एक सप्ताह में यह दूसरी बड़ी घटना है. बृहस्पतिवार को शाम साढ़े पांच बजे तरसाली में पहाड़ी से बोल्डरों के साथ भारी मलबा गिरने से हाईवे का साठ मीटर हिस्सा ध्वस्त हो गया था. इस कारण एक बार फिर फाटा, सोनप्रयाग, गौरीकुंड का गुप्तकाशी से संपर्क कट गया है. ऐसे में केदारनाथ यात्रा फिर से प्रभावित हो गई है. एनएच के अधिकारियों के अनुसार, हाईवे खोलने में लंबा समय लग सकता है.
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में बड़ा हादसा पढ़ें-कालीमठ घाटी के ब्यूंखी में बादल फटने से दहशत में ग्रामीण, खतरे की जद में आए कई परिवार