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कौशांबी में गोवंशों का चारा डकार गए जिम्मेदार, भूख-प्यास से पांच गायों की मौत

कौशांबी में गोशालाओं की बदइंतजामी की पोल खुल गई है. यहां भूसा और हरे चारे के अभाव में पांच गायों की मौत हो गई है. कई गायें भूख के मारे अभी भी मरणासन्न स्थिति में बताई जा रही हैं. आइये खबर में पूरा मामला जान लेते हैं.

भूख-प्यास से पांच गायों की मौत
भूख-प्यास से पांच गायों की मौत

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Published : Jul 30, 2022, 6:07 PM IST

कौशांबी: डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के गृह जनपद कौशांबी में गोशालाओं में बड़ा घोटाला सामने आया है. यहां के गोशाला संचालक गोवंशों का चारा खुद ही डकार गए हैं. इसके चलते शनिवार को भूख से तड़पकर पांच गोवंशों की मौत हो गई है. बता दें कि मामला कौशांबी ब्लॉक के म्योहर गोशाला का है.

दरअसल, कौशांबी के मंझनपुर तहसील स्थित म्योहर गांव में एक गोशाला बनी हुई है. यहां शनिवार को भूख से तड़पकर पांच गोवंशों की मौत हो गई. महज दो दिनों में भूख से पांच गायों की मौत ने गोवंशों के चारा में धांधली करने वाले जिम्मेदारों की पोल खोल दी है. इसके अलावा चार गोवंश अभी भी मरणासन्न स्थिति में पड़ी हुई हैं. मामले की जानकारी के बाद पशु चिकित्सक इलाज करने पहुंचे, लेकिन वो भी खानापूर्ति कर वापस चले गए. इसके अलावा गोशाला में कीचड़ और गंदगी का अंबार लगा हुआ है.

गोशाला में न तो हरा चारा है, न ही पर्याप्त भूसे का इंतजाम है. गोशाला में करीब 140 गोवंश हैं. इनकी देखरेख करने के लिए सिर्फ एक केयर टेकर है. गोशाला में गोवंशों के संरक्षण के लिए कोई उचित व्यवस्था नहीं है. ग्राम प्रधान और सचिव चारा की व्यवस्था नहीं कर रहे हैं. अनदेखी के चलते यहां गायों की स्थिति दयनीय बनी हुई है. वहीं गोवंशों की मौत पर ग्रामीणों ने नाराजगी जाहिर की है.

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ग्रामीणों ने बताया कि गोशाला में भूख के चलते आए दिन गोवंशों की मौत होती है. जिम्मेदार मृत गोवंशों के शव को सही तरीके से दफन भी नहीं करते हैं. जिम्मेदार गोवंशों के शवों को तालाब के किनारे फेंक कर चले जाते हैं. चिकित्सक उनका पोस्टमार्टम भी नहीं करते हैं, जबकि सरकारी नियमानुसार मृत गोवंशों के शवों को पोस्टमार्टम के बाद दफन किया जाना चाहिए.

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