दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

हिमाचल प्रदेश: पंचतत्व में विलीन हुए देश के प्रथम मतदाता श्याम सरन नेगी, राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार

देश के पहले वोटर श्याम सरन नेगी का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया. पारंपरिक रस्मों रिवाज के साथ उनकी अंतिम यात्रा निकाली गई. उनकी अंतिम यात्रा में डीसी किन्नौर आबिद हुसैन सादिक और एसपी किन्नौर विवेक चहल भी मौजूद रहे. (Shyam Saran Negi funeral) पढ़ें पूरी खबर...

Shyam Saran Negi funeral
पंचतत्व में विलीन हुए देश के प्रथम मतदाता श्याम सरन नेगी

By

Published : Nov 5, 2022, 4:12 PM IST

किन्नौर:देश के प्रथम मतदाता मास्टर श्याम सरन नेगी पंचतत्व में विलीन हो गए. राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया. श्याम सरन नेगी के परिवार वालों, ग्रामीणों समेत प्रशासन द्वारा उन्हें अंतिम विदाई दी गई. पारंपरिक रस्मों रिवाज के साथ उनकी अंतिम यात्रा निकाली गई. उनकी अंतिम यात्रा में डीसी किन्नौर आबिद हुसैन सादिक और एसपी किन्नौर विवेक चहल भी मौजूद रहे. (Shyam Saran Negi funeral)

इस दौरान डीसी किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने कहा कि देश के प्रथम मतदाता श्याम सरन नेगी अब हमारे बीच नहीं हैं. उनकी अंतिम यात्रा में प्रशासन भी शामिल रहा. और उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया. उन्होंने कहा कि श्याम सरन नेगी जाते-जाते भी अपने कर्तव्य को निभा कर गए हैं और दो दिन पहले ही उन्होंने मतदान किया. उनका नाम इतिहास के पन्नों में सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा. वहीं, आज शाम 4 बजे दिल्ली से इलेक्शन कमीशन के कमिश्नर राजीव कुमार भी श्याम सरन नेगी के घर कल्पा उनके परिवारजनों से मुलाकात के लिए आएंगे, यह जिसकी जानकारी जिला निर्वाचन अधिकारी आबिद हुसैन सादिक ने दी है. (Shyam Saran Negi passed away) (shyam saran negi death)

वीडियो.

आखिरी वोट भी पहले डाल गए नेगी: दरअसल हिमाचल में 12 नवंबर को मतदान होना है. चुनाव आयोग ने 80 साल से अधिक उम्र के बुजुर्ग और दिव्यांगों को घर से मतदान करने की सहूलियत दी है. घर से मतदान करने के इच्छुक लोग 12D फॉर्म भर सकते हैं. जिसके बाद चुनाव आयोग उनके घर से मतदान की व्यवस्था करेगा. श्याम सरन नेगी ने भी इसी प्रक्रिया के तहत घर से वोट दिया था. जिला प्रशासन ने बकायदा उनके घर में मतदान की व्यवस्था की और रेड कार्पेट पर गाजे-बाजों के साथ देश के पहले मतदाता का स्वागत किया था. हर बार चुनाव में आयोग द्वारा ये व्यवस्था उस पोलिंग बूथ पर भी की जाती थी जहां नेगी मतदान करते थे. इस तरह श्याम सरन नेगी ने अपना आखिरी वोट भी हिमाचल के अन्य मतदाताओं से पहले डाल दिया था.

बूथ पर जाकर करना चाहते थे मतदान लेकिन: श्याम सरन नेगी इस बार भी बूथ पर जाकर मतदान करना चाहते थे. इसीलिए उन्होंने तबीयत खराब होने के बावजूद प्रशासन द्वारा 12D फॉर्म भरने की सलाह को ठुकरा दिया था. लेकिन उम्र के इस पड़ाव में बीमारी ने उन्हें मजबूर कर दिया और जब उन्हें लगा कि तबीयत खराब होने के कारण वो बूथ तक नहीं जा पाएंगे तो उन्होंने 12D फॉर्म भरकर घऱ से ही बैलेट के जरिये अपना वोट दिया. उम्र का तकाजा उन्हें हर बार ये कहने पर मजबूर कर देता था कि शायद 'इस बार वोट ना दे पाऊं', लेकिन वोटिंग के प्रति उनका जज्बा आखिरी सांस तक बना रहा और मौत आने से दो दिन पहले वो अपना आखिरी वोट डाल गए.

ये भी पढ़ें:अपना आखिरी वोट भी औरों से पहले डाल गए श्याम सरन नेगी, ऐसी है एक स्कूल मास्टर के लोकतंत्र का नायक बनने की कहानी

ABOUT THE AUTHOR

...view details