जोधपुर.करीब डेढ़ माह से जिस सिनेरियस गिद्ध (Cinereous vulture rescue) को अपने प्रजाति के गिद्धों के साथ भेजने के लिए प्रयास किए जा रहे थे उसे आज चेन्नई से जोधपुर रेस्क्यू कर लाया जा रहा है. वो जोधपुर पहुंचेगा. चेन्नई से सुबह की फ्लाइट से उसे विशेष पिंजरे से दोपहर तक जोधपुर (Cinereous vulture will brought Jodhpur by air) लाया जाएगा. उसके साथ कन्याकुमारी के डीएफओ भी होंगे जो सिनेरियस गिद्ध को माचिया बायलोजिकल पार्क प्रबंधन को सुपुर्द करेंगे.
माचिया पार्क के सहायक वन संरक्षक के केके व्यास ने बताया कि गिद्ध को कुछ दिनों तक क्वारेंटिन रखा जाएगा. इसकी तैयारियां कर ली गई हैं. इसके बाद इन दिनों मंगोलिया की तरफ से आने वाले उसी प्रजाति के गिद्धों के टोले के साथ उसे छोड़ दिया जाएगा जिससे वह अपने मूल स्थान लौट सके.
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कन्याकुमारी के उदयागिरि क्षेत्र में सितंबर माह में सिनेरियस गिद्ध पाया गया था जिसे बाद में उदयागिरी बायलोजिकल पार्क में रखा गया था. उसे पहले 2300 किमी सड़क मार्ग से लाने की योजना बनाई गई थी लेकिन बाद में उसे बदल दिया गया. अब गुरुवार को उसे चेन्नई से फ्लाइट से जोधपुर लाया जाएगा.
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भटकर कर पहुंचा दक्षिण में
सामान्यत: अगस्त के बाद विदेश पक्षियों के आने का सिलसिला पश्चिमी राजस्थान में शुरू हो जाता है. इस दौरान गिद्ध भी आते हैं. सिनेरियस प्रजाति का गिद्ध मूलत पुर्तगाल, ग्रीस और फ्रांस की पाडियों में पाया जाता है जो वहां मौसम बदलने के साथ बाहर निकल जाते हैं. इस दौरान यह अगस्त के बाद पश्चिमी राजस्थान में जोधपुर, जैसलेमर क्षेत्र में भी आते हैं क्योंकि यहां उनके अनुकूल वातावरण मिलता है. हालांकि माना जा रहा है कि यह गिद्ध अपने टोले से भटकर कर दक्षिण क्षेत्र में चला गया था जिसे अब वापस अपने प्रजाति के साथ भेजने के लिए रेसक्यू किया जा रहा है.