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उत्तराखंड में चारधाम का श्वेत श्रृंगार, बर्फबारी के बीच विश्व के सबसे ऊंचे शिव मंदिर में कलश स्थापना, होगा कायाकल्प - Kalash sthapana in Tunganath temple amid snowfall

Snowfall in Badrinath Dham Today उत्तराखंड के चार धाम केदारनाथ, बदरीनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री धाम ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली है. बर्फबारी से चारों धामों की खूबसूरती और निखर कर सामने आ गई है. अभी भी केदारनाथ समेत अन्य जगहों पर बर्फबारी जारी है. इसके अलावा दुनिया के सबसे ऊंचाई पर स्थित पंच केदारों में से एक तृतीय केदार तुंगनाथ मंदिर में भी बर्फबारी हो रही है. इसी बर्फबारी के बीच ही विधि विधान के साथ कलश स्थापना की गई. Snowfall in Kedarnath Dham

Snowfall in Kedarnath
केदारनाथ में बर्फबारी

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Oct 16, 2023, 6:07 PM IST

Updated : Oct 17, 2023, 1:46 PM IST

उत्तराखंड में चारधाम का श्वेत श्रृंगार

रुद्रप्रयाग/चमोली: उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है. प्रसिद्ध चारधाम में शुमार केदारनाथ और बदरीनाथ धाम में कुदरत ने श्वेत श्रृंगार किया है, जिससे दोनों धाम चांदी से चमकने लगे हैं. इसके अलावा तृतीय केदार में शुमार तुंगनाथ धाम में भी बर्फबारी हो रही है. इसी बर्फबारी के बीच ही तुंगनाथ मंदिर के छतरी के जीर्णोद्धार का काम बर्फबारी के बीच कलश स्थापना के साथ विधि विधान से पूरा हो गया है. गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में भी बर्फबारी हुई.

केदारनाथ में बर्फबारी

केदारनाथ में टूटा यात्रियों का रिकॉर्डःकेदारनाथ धामने यात्रियों की संख्या ने सभी पुराने रिकार्ड तोड़ दिए हैं. इसके साथ ही नया कीर्तिमान कायम कर लिया है. सोमवार को बाबा केदारनाथ के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 17 लाख के पार पहुंच गई है. अभी कपाट बंद होने में एक महीने का समय बाकी है, ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि इस साल केदारनाथ पहुंचने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा 20 लाख के पार पहुंच सकता है.

केदारनाथ में बर्फबारीःनवरात्रि के शुभ अवसर पर केदारनाथ धाम में बर्फबारी भी शुरू हो गई है. सोमवार को लगातार दूसरे दिन केदारपुरी में बर्फबारी जारी रही. आगे भी कुछ दिन मौसम ऐसे ही रहने की संभावना जताई गई है. केदारपुरी में हो रही बर्फबारी के मद्देनजर यात्रियों की सुरक्षा एवं सुविधा के लिए विभिन्न स्थानों पर अलाव की व्यवस्था की गई है. केदारनाथ में बर्फबारी के चलते जिला प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपने साथ पर्याप्त गर्म कपड़े लाने और बीमार व्यक्तियों को डाॅक्टर की सलाह के बाद ही यात्रा करने की अपील की है.

बदरीनाथ धाम में गिर रहे बर्फ के फाहेःविश्व प्रसिद्ध बदरीनाथ धाम में बर्फबारी शुरू हो गई है. बर्फबारी के बाद बदरी विशाल का धाम सफेद चादर में लिपटा नजर आ रहा है. श्रद्धालु आसमान से गिरते बर्फ के फाहों का लुत्फ उठाते नजर आ रहे हैं. बर्फबारी के बाद बदरीनाथ धाम में तापमान लुढ़क गया है. उधर, हेमकुंड साहिब में भी बर्फबारी हो रही है. इसके अलावा चमोली जिले के निचले इलाकों में बारिश हो रही है.
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बर्फबारी के बीच तुंगनाथ मंदिर में कलश स्थापनाःविश्वके सबसे ऊंचाई पर स्थित शिव मंदिरों में से एक तुंगनाथ मंदिर की छतरी का जीर्णोद्धार काम बर्फबारी के बीच कलश स्थापना के साथ संपन्न हो गया है. तुंगनाथ मंदिर की नई छतरी का निर्माण देवदार की लकड़ी से किया गया है. पहले की तरह नक्काशीदार बनाया गया है. बीती 4 सितंबर को पुरानी जीर्ण छतरी को उतारा गया था और कलश को मंदिर के गर्भगृह में रखा गया था.

तुंगनाथ धाम का नया शिखर

वहीं, पांच हफ्ते बाद रविवार को नवरात्रि पर छतरी बनकर तैयार हुई और मंदिर के शीर्ष पर स्थापित की गई. आज बर्फबारी के बीच ही हक हकूक धारियों और पश्वागणों की मौजूदगी में पूजा अर्चना संकल्प के साथ मंदिर के शीर्ष में छतरी एवं कलश को पूर्ववत विराजमान कर दिया गया. वहीं, पूरे तुंगनाथ क्षेत्र में बर्फ की सफेद चादर बिछ गई है.

तुंगनाथ धाम में कलश स्थापना

बता दें कि छतरी का जीर्णोद्धार करने वाले दिल्ली के दानदाता संजीव सिंघल के सहयोग से 13 लाख 65 हजार की लागत से नई छतरी का निर्माण किया गया है. कलश और छतरी स्थापना के दौरान भगवान महादेव, भैरवनाथ, भूतनाथ, मां भगवती कालिंका अवतरित हुईं. जिन्होंने छतरी और कलश को स्थापित करने की अनुमति दी. वहीं, बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में कोठा भवन का जीर्णोद्धार का काम चल रहा है. इसके अलावा विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी मंदिर की छतरी का भी जीर्णोद्धार प्रस्तावित है.

तुंगनाथ धाम में बर्फबारी

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Last Updated : Oct 17, 2023, 1:46 PM IST

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