संसद कांड के बाद सख्त सुरक्षा के बीच छत्तीसगढ़ विधानसभा का पहला सत्र, जानिए तीन दिनों के सेशन में क्या होगा खास ? - रमन सिंह ने विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए नामांकन
First session of Chhattisgarh Assembly छत्तीसगढ़ के नव निर्वाचित विधानसभा का पहला सत्र 19 दिसंबर से शुरू हो रहा है, सदन की कार्यवाही को लेकर सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए गए हैं. पहले दिन प्रोटेम स्पीकर रामविचार नेताम नव निर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाएंगे. उसके बाद छत्तीसगढ़ विधानसभा के नए स्पीकर का चुनाव होगा. संसद की सुरक्षा में सेंध के बाद रायपुर में विधानसभा परिसर की सुरक्षा सख्त कर दी गई है. after Parliament security breachTight security in CG, newly elected Chhattisgarh assembly starting
रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के बाद राज्य में नई सरकार के गठन के 6 दिन हो चुके हैं. अब 19 दिसंबर से नवनिर्वाचित छत्तीसगढ़ विधानसभा का पहला सत्र शुरू हो रहा है. विधानसभा सत्र की शुरुआत को लेकर पूरी तैयारियां कर ली गई है. रविवार को बीजेपी के वरिष्ठ विधायक रामविचार नेताम को छत्तीसगढ़ विधानसभा का प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया. उसके बाद बीजेपी के वेटरन लीडर और वरिष्ठ विधायक रमन सिंह ने विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया. इस तरह नई विधानसभा के सत्र को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई. CG assembly Proceeding
छत्तीसगढ़ विधानसभा सत्र के पहले दिन क्या होगा: छत्तीसगढ़ विधानसभा के सत्र के पहले दिन प्रोटेम स्पीकर सभी नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाएंगे. उसके बाद स्पीकर का चुनाव होगा. पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ बीजेपी विधायक रमन सिंह को सत्ता पक्ष की ओर से विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए नामित किया जा चुका है. उसके बाद उन्होंने नामांकन किया. जिसके बाद विपक्षी दल कांग्रेस ने भी रमन सिंह का विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए नामांकन को समर्थन दिया.
सत्र के दूसरे दिन राज्यपाल का होगा अभिभाषण: छत्तीसगढ़ विधानसभा के सत्र के दूसरे दिन राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन का अभिभाषण होगा. उसके बाद अन्य सरकारी कामकाज भी निपटाए जाएंगे. तय कार्यक्रम के मुताबिक आखिरी दिन राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव और अन्य सरकारी कामकाज पर चर्चा होगी.विधानसभा और सरकार के सूत्रों के मुताबिक विष्णुदेव साय सरकार इस सत्र में अनुपूरक बजट ला सकती है. छत्तीसगढ़ की छठी विधानसभा के पहले सत्र (शीतकालीन सत्र) में 21 दिसंबर को समापन से पहले कुल तीन बैठकें होंगी. कांग्रेस की तरफ से वरिष्ठ विधायक चरणदास महंत को नेता प्रतिपक्ष नियुक्त किया गया है.
छत्तीसगढ़ विधानसभा की सुरक्षा सख्त: दिल्ली में संसद सुरक्षा कांड के बाद छत्तीसगढ़ विधानसभा की सुरक्षा सख्त कर दी गई है. वीआईपी गेट से सिर्फ विधायकों को ही प्रवेश की इजाजत होगी. विधानसभा परिसर में प्रवेश की अनुमति केवल प्रवेश पास रखने वाले व्यक्तियों को ही दी जाएगी. इन व्यक्तियों के पास उस संस्थान का पहचान पत्र या आधार कार्ड होना अनिवार्य कर दिया गया है. तभी उन्हें विधानसभा परिसर में दाखिल होने की अनुमति दी जाएगी. विधानसभा के सुरक्षा अधिकारियों की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि विधायकों और उनके परिवार के सदस्यों के साथ आने वाले कार्यकर्ताओं के लिए विधानसभा परिसर के सभागार में व्यवस्था की गई है. यहां से वे सदन की कार्यवाही देख पाएंगे.