मदुरै: साल 2023 में पलामेडु जल्लीकट्टू प्रतियोगिता के दौरान मारे गए बुल टैमर अरविंद राज की तस्वीर को मंगलवार 16 जनवरी को पलामेडु जल्लीकट्टू मैदान के पास रखा गया और माला पहनाई गई. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पिछले साल 9 सांडों को काबू करने वाले अरविंदराज की मौके पर ही मौत हो गई, जब एक सांड ने उन्हें सींग मारकर दूर फेंक दिया था. मंगलवार को उनकी मौत की पहली बरसी पर, उनके माता-पिता ने स्मृति दिवस मनाया.
ईटीवी भारत को दिए एक इंटरव्यू में अरविंदराज के पिता राजेंद्रन ने कहा कि 'मेरा बेटा लगातार तीन वर्षों से पारंपरिक तमिल खेल जल्लीकट्टू में सक्रिय रूप से शामिल रहा था. पिछले वर्ष से ही वह पुरस्कार जीतने के लिए दृढ़संकल्पित था. उसे स्वाभाविक रूप से तमिलों की सांस्कृतिक विरासत में बहुत रुचि थी. मेरा अनुरोध है कि नादुकल (हीरो स्टोन) खड़ा किया जाए और उनके लिए एक स्मारक बनाया जाए.'
उन्होंने आगे कहा कि 'इस संबंध में, मैंने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री, जिला कलेक्टर, नगरपालिका अधिकारी और ग्राम समिति को एक याचिका सौंपी है. लेकिन अभी तक कोई सूचना या कार्रवाई नहीं हुई है.' राजेंद्रन ने कहा कि 'आने वाली पीढ़ियों को यह बात सिखानी चाहिए कि ऐसे हीरो ने पलामेडु जल्लीकट्टू में भूमिका निभाई थी. मेरी इच्छा है कि अरविंदराज को वह नाम और प्रसिद्धि मिले.'
आगे उन्होंने कहा कि 'मेरी भगवान से अपील है कि मेरे बेटे का जो हाल हुआ, वह दूसरे जल्लीकट्टू खिलाड़ियों के साथ कभी न हो. मैं जिस दर्द और पीड़ा से गुजर रहा हूं, किसी अन्य माता-पिता को नहीं झेलना चाहिए. हालांकि, तमिलों की परंपरा जल्लीकट्टू का आयोजन होना चाहिए. मुझे गर्व है कि मेरा बेटा एक हीरो के रूप में मरा है.'