जम्मू :एक जुलाई से वार्षिक अमरनाथ यात्रा शुरू होने वाली है. इससे पहले, गुरुवार को बड़ी संख्या में तीर्थयात्री जम्मू में यात्री निवास बेस कैंप पहुंचे. यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों का पहला जत्था आधार शिविर के बाहर बड़ी कतारों में और जोश में देखा गया. यात्रा को ध्यान में रखते हुए बेस कैंप पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है. एक जुलाई से शुरू होने वाली यात्रा 62 दिन तक चलेगी. यह यात्रा 31 अगस्त को समाप्त होगी. हिंदुओं के लिए यह एक महत्वपूर्ण तीर्थयात्रा है.
बता दें कि अमरनाथ गुफा को भगवान शिव का निवास स्थान माना जाता है. इस यात्रा की शुरुआत पहलगाम में नुनवान और कश्मीर के गांदरबल जिले में बालटाल के प्राचीन रास्तों से होगी. यात्रा को ध्यान में रखते हुए जम्मू-कश्मीर में तीर्थयात्रियों की सेवा के लिए विभिन्न लंगर समितियों ने तीन दिन पहले ही बुधवार को अपनी तैयारी शुरू कर दी है. समितियों ने जम्मू-कश्मीर के उशमपुर जिले में जम्मू श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर शेड, खाना पकाने के संसाधन और सुविधायें तैयार करके रखी हैं. इस वर्ष राजमार्ग (NHW-44) के विभिन्न बिंदुओं पर कुल 22 लंगर स्थापित किए गए हैं.
इसके अतिरिक्त, जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक आधिकारिक बयान में पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह के हवाले से कहा कि बुधवार को अतिरिक्त मुख्य सचिव, राज कुमार गोयल, उपराज्यपाल के प्रधान सचिव मंदीप कुमार भंडारी ने बुधवार को अमरनाथ यात्रा के दोनों तीर्थ मार्गों का व्यापक दौरा किया. बयान में बताया गया कि अधिकारियों ने यात्रा के सुचारू संचालन के लिए बलों और अन्य हितधारकों के बीच पूर्ण समन्वय पर ध्यान केंद्रित किया गया है. उन्होंने संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान पर जोर दिया, जहां तीर्थयात्रियों के लिए अतिरिक्त व्यवस्था की आवश्यकता हो सकती है.