कश्मीर:श्रीनगर हवाई अड्डे पर हज यात्रियों के आगमन के पहले दिन 145 हाजियों की वापसी हुई. हाजियों का पहला जत्था सुबह 7.50 बजे पहुंचा. इस दौरान हवाई अड्डा परिसर कश्मीरी पंडितों द्वारा अपने मुस्लिम भाई के स्वागत के लिए गाए जा रहे कश्मीरी नात के मंत्रों से गूंज उठा. हवाई अड्डे पर कश्मीर के संभागीय आयुक्त पी.के. पोले के अलावा जम्मू-कश्मीर हज समिति के कार्यकारी अधिकारी डॉ अब्दुल सलाम व अन्य लोगों ने उनका स्वागत किया. इस दौरान जम्मू कश्मीर के कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे.
इस बीच हज यात्रियों को जमजम का पानी दिया गया और उन्हें श्रीनगर पहुंचाया गया. यह 5 लीटर प्रति हज यात्रियों में बांटा गया. इस साल जम्मू-कश्मीर से 6,000 से ज्यादा लोगों ने हज किया. इसमें 6 हजार 72 लोगों में 3 हजार 500 पुरुष और 2 हजार 5 सौ 72 महिलाएं शामिल हैं. कुल संख्या में से 5 हजार 4 सौ कश्मीर के हैं जबकि बाकी जम्मू और लद्दाख प्रांत के हैं.
वहीं पीडीपी नेता मोहित भान ने ट्वीट किया, 'हमारे कश्मीरी पंडित आज श्रीनगर हवाई अड्डे पर हाजियों का स्वागत करते हुए पारंपरिक नात गाकर पैगंबर का आशीर्वाद मांग रहे हैं. यह हमारी समन्वित संस्कृति है जो इस्लाम को मानने वाले अमरनाथ यात्रा के समर्थक हैं और शैव धर्म के अनुयायी एकता के दूत हैं.' बता दें कि 145 हज यात्रियों में 80 पुरुष और 65 महिलाएं शामिल हैं. वहीं इस साल जम्मू-कश्मीर से 6,000 से अधिक लोग वार्षिक हज यात्रा पर गए, जबकि कोविड-19 के चलते दो साल के अंतराल के बाद हज यात्रा फिर से शुरू हुई थी. दो अगस्त को हज यात्रियों को लेकर अंतिम उड़ान यहां पहुंचेगी.
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गौरतलब है कि हज यात्रियों की पहली उड़ान 5 जून को श्रीनगर के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से मदीना के लिए रवाना हुई थी. हज यात्रियों की अंतिम उड़ान 21 जून को रवाना हुई थी. हज यात्रियों ने 5 जून से 21 जून तक 40 उड़ानों के माध्यम से प्रस्थान किया, जबकि 282 तीर्थयात्री दिल्ली एयरपोर्ट से रवाना हुए.