हैदराबाद :भारत में कोई भी त्योहार हो लोग आतिशबाजी कर खुशियां मानाते हैं. ये आतिशबाजी और पटाखे फैक्ट्रियों में बनाए जाते हैं. हम आए दिन इन पटाखा फैक्ट्रियों में आग लगने की घटनाओं के बारे में पढ़ते हैं. इनमें से कुछ फैक्ट्रियां अवैध रूप से भी चलाई जाती हैं, जहां सुरक्षा मानदंडों का पालन नहीं किया जाता. ऐसी फैक्ट्रियों में हुए विस्फोटों में कई लोगों की जान चली जाती है. बावजूद इसके शासन-प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं देते हैं और श्रमिकों को इसका खामियाजा अपनी जान गंवा कर चुकाना पड़ता है. आइए अब तक पटाखा फैक्ट्रियों में हुए बड़े विस्फोटों पर एक नजर डालते हैं.
बिहार
15.09.2005 :बिहार के खुसरोपुर गांव में तीन अवैध पटाखा कारखानों में आग लगने के कराण 35 लोगों की मौत हो गई और 50 लोग घायल हो गए.
उत्तर प्रदेश
25.08.2006 : उत्तर प्रदेश में एक पटाखा फैक्टरी में विस्फोट होने के चलते बच्चों सहित सात श्रमिकों की मौत हो गई और 10 अन्य घायल हो गए.
13.11.2012 : उत्तर प्रदेश के औरैया में एक परिवार के छह सदस्यों सहित आठ लोगों की मौत हो गई और 12 अन्य घायल हो गए. ये लोग घर में अवैध रूप से पटाखे बना रहे थे जिस वक्त यह हादसा हुआ.
31 जनवरी 2020 : उत्तर प्रदेश के शामली जिले में एक पटाखा फैक्टरी में विस्फोट होने से पांच लोगों की मौत हो गई.
04 नवंबर 2020 :उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में अवैध पटाखे के गोदाम में हुए विस्फोट में तीन लोग मारे गए और कम से कम 11 घायल हो गए.
तमिलनाडु
05.09.2012 : तमिलनाडु के शिवकाशी में एक पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट ने 54 लोगों की जान ले ली. इस हादसे में 74 लोग घायल हो गए.
27.03.2019 :तमिलनाडु के तिरुवरूर जिले के मन्नारगुडी में एक लाइसेंस प्राप्त निजी पटाखा इकाई में विस्फोट हुआ, जिसमें सात श्रमिकों की मौत हो गई.
20 फरवरी, 2020 :तमिलनाडु के चिन्नमामनपट्टी में एक पटाखे फैक्ट्री में हुए विस्फोट में 16 वर्षीय लड़के सहित तीन व्यक्ति मारे गए और छह अन्य घायल हो गए.
04 सितंबर 2020 : तमिलनाडु के कुड्डालोर जिले में एक पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट हुआ, जिसमें सात लोगों की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए.
23 अक्टूबर 2020 :तमिलनाडु के विरुधुनगर जिले की सीमा पर बसे सेन्गुलम गांव में एक पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट से छह लोगों की मौत हो गई और दो लोग घायल हो गए.