नई दिल्ली :गर्मी की शुरुआत होते ही राजधानी में आग लगने की घटनाएं शुरू हो गई हैं.पूर्वी दिल्ली केगोकुलपुरी इलाके की झुग्गियों में शुक्रवार और शनिवार की दरमियानी रात भीषण आग लग गई. घटना की सूचना दमकल विभाग को दी गई, जिसपर दमकल की गाड़ियों ने मौके पर पहुंच कर आग पर काबू पाया. इस हादसे में सात लोगों की मौत की खबर सामने आई है. फिलहाल दमकल विभाग ने सात शव बरामद किए हैं.
आग से खाक हो रही दिल्ली, 12 दिन में चार हादसे
1484 वर्ग किलोमीटर में घनी बसी दिल्ली अब एक नई समस्या से जूझ रही है. गर्मियों का मौसम शुरू होते ही राजधानी दिल्ली में आग लगने की घटनाएं बढ़ने लगती हैं. दिल्ली का दमकल विभाग इसकी अलग से तैयारियां तो करता है, लेकिन दिल्ली की झुग्गियां हर साल खाक होती हैं. फैक्ट्रियों में अचानक लगी आग से लाखों के नुकसान के साथ ही जानें भी जाती हैं. इस महीने मार्च के 12 दिनों में राजधानी में आग लगने के चार बड़े हादसे हो चुके हैं. इसमें अब तक करोड़ों का नुकसान हुआ है और कई जानें जा चुकी हैं. पूर्वी दिल्ली केगोकुलपुरी इलाके की झुग्गियों में शुक्रवार और शनिवार की दरमियानी रात भीषण आग लग गई. घटना की सूचना दमकल विभाग को दी गई, जिसपर दमकल की गाड़ियों ने मौके पर पहुंच कर आग पर काबू पाया. इस दुर्घटना में सात लोगों की मौत की खबर सामने आई है. फिलहाल दमकल विभाग ने सात शव बरामद किए हैं.
10 मार्च यानी बीते बुधवार को ही दिल्ली के बवाना में फैक्ट्री में भीषण आग लगने से दर्दनाक हादसा हो गया. इस हादसे में फैक्ट्री की जांच के दौरान फैक्ट्री की तीसरी मंजिल की सीढ़ियों पर एक मजदूर का जला हुआ शव मिला. कई घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया था, लेकिन दमकल विभाग को फैक्ट्री के अंदर किसी मजदूर की मौजूदगी के बारे में जानकारी नहीं थी, जिसके चलते एक मासूम मजदूर को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा. बताया गया कि फैक्ट्री में आग लगने से अंदर काम करने वाले मजदूरों में भगदड़ मच गई, जिस कारण मृत मजदूर का किसी को कोई ध्यान नहीं रहा.