मुंबई : महाराष्ट्र के ठाणे में बीती रात एक अस्पताल में आग लगने से चार मरीजों की जलकर मौत हो गई. यह अस्पताल कौसा क्षेत्र में स्थित है. एक अधिकारी ने बताया कि ठाणे के समीप मुंब्रा इलाके में कौसा में स्थित प्राइम हॉस्पिटल में तड़के तीन बजकर 40 मिनट पर आग लगी. अस्पताल में कोरोना वायरस का कोई मरीज नहीं था.
ठाणे के प्राइम अस्पताल में लगी भीषण आग उन्होंने बताया कि घटनास्थल पर दमकल की तीन गाड़ियां और पांच एम्बुलेंस भेजी गई. आग पर काबू पा लिया गया है.
उन्होंने बताया कि आईसीयू में भर्ती छह मरीजों समेत 20 मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है.
घटनास्थल के जानकारी देते ईटीवी भारत संवाददाता स्थानीय विधायक और महाराष्ट्र के मंत्री जितेंद्र अव्हाद ने पत्रकारों को बताया कि घटना में कम से कम तीन लोग जिंदा जल गए. आग से अस्पताल की पहली मंजिल जलकर खाक हो गई.
महाराष्ट्र के मंत्री जितेंद्र अव्हाद का बयान उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को हादसे की जानकारी दी गई है. प्रत्येक मृतक के परिवार को पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा और घायलों को एक-एक लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा.
घटना की जांच के लिए समिति गठित
अव्हाद ने बताया कि आग लगने की वजह का पता लगाने के लिए एक उच्च स्तरीय जांच समिति गठित की गई है. समिति में ठाणे नगर निगम के अधिकारी और पुलिस तथा मेडिकल के अधिकारी भी शामिल होंगे.
वहीं, घटना के बाद भाजपा नेता किरीट सोमैया भी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए घटना के लिए महाराष्ट्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया. जिसके बाद स्थानीय लोग उनसे नाराज हो गए और उनके खिलाफ नारेबाजी करने लगे. उन्होंने किरीट सोमैया पर राजनीति करने का आरोप लगाया.
लोगों ने किया भाजपा नेता किरीट सोमैया का विरोध गौरतलब है कि पालघर जिले के विरार में 23 अप्रैल को एक निजी अस्पताल के आईसीयू में आग लगने से कोविड-19 के 15 मरीजों की मौत हो गई थी.