हैदराबाद: हालांकि फरवरी महीने के कुछ ही दिन बचे हैं, लेकिन हर तरफ प्यार का अहसास अभी भी बरकरार है. सच्चे प्यार के वैल्यू को समझने के लिए इससे बेहतर समय नहीं है. प्यार के अलावा, इस वक्त में अगर कपल अपने भविष्य को सुरक्षित करने के लिए फाइनेंशियल प्लानिंग करते हैं तो वे सुखी जीवन व्यतीत कर सकते हैं. नवविवाहित जोड़े के लिए क्लियर फाइनेंशियल प्लानिंग जरूरी है. इसके लिए कुछ टिप्स पर जरूर अमल करें.
एक साथ सपने देखें ( Dream together)
शादी के बाद एक विवाहित जोड़े को नया सफर शरू करने साथ ही लाइफ के लिए एक प्लानिंग पर भी काम करना चाहिए. शुरू से ही दोनों पहले एक-दूसरे के फाइनेंशियल गोल को समझने की कोशिश करें और फिर एक समान लक्ष्य पर पहुंचें. नए जोड़े के शांतिपूर्ण जीवन के लिए एक आदर्श फाइनेशियल प्लानिंग जरूरी है. हम जिन 'युवा जोड़े' के बारे में बात कर रहे हैं, उनके पास लॉन्ग टर्म इनवेस्टमेंट के पर्याप्त मौके होते हैं, जिसका लाभ उन्हें भविष्य में मिलता है. जब गृहस्थी की गाड़ी चलती है तो उन्हें एक निश्चित अवधि के बाद जरूरत के वक्त एकमुश्त राशि मिल जाती है.
सपना सच होना (Dream come true)
अपने फाइनेशियल गोल और जीवन के लिए देखे गए सपनों को पूरा करने के लिए कपल को आपस में चर्चा करनी चाहिए. फिर अपने सपनों को पूरा करने के लिए उसके हिसाब से काम करना भी जरूरी है. गोल निर्धारित करते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि वे लॉन्ग टर्म फायदे के लिए प्लानिंग कर रहे हैं या नहीं. इसके अलावा शॉर्ट टर्म प्लानिंग भी जरूरी है. अगर पति और पत्नी दोनों काम करने का फैसला करते हैं, तो लक्ष्य हासिल करना बहुत आसान हो सकता है.
इसके अलावा अगर कपल में से कोई एक काम करने का फैसला करता है और पत्नी हाउस वाइफ बनती है तो भविष्य में उन्हें अपनी प्लानिंग में बदलाव के लिए तैयार होना चाहिए. जीवन में सिर्फ एक आदमी की कमाई से कई लक्ष्य हासिल करना आसान नहीं है. ऐसे हालात में कई बार लाइफ में समझौते करने पड़ते हैं. तब कपल को इस पर लक्ष्य को पूरा करने के लिए किए जाने वाले समझौतों पर भरोसा करना चाहिए. कपल को जीवन शुरू करते ही कमाई से बचत करने की आदत डालना चाहिए. भले ही परिवार में कोई एक सदस्य कामकाजी हो, कपल एक साथ मिलकर समझदारी से लक्ष्य हासिल कर सकते हैं. इसके लिए सही समय पर और सही योजना में निवेश करना महत्वपूर्ण है.
लोन से दूर रहें (Shun loans)
हालांकि लोन लेना कोई अपराध नहीं है, लेकिन इसे एक उद्देश्य तय होना चाहिए. कहावत है कि अनावश्यक चीजें खरीदने के चक्कर में जरूरी चीजें बेचनी पड़ती हैं. इसलिए अगर किसी भी कारणवश लोन की जरूरत होती है तो कम ब्याज दर वाले लोन को प्राथमिकता दें. लोन उन चीजों को खरीदने के लिए लें, जिसकी कीमत कभी कम नहीं होती. हाउसिंग लोन सबसे अच्छे विकल्पों में से एक है. जॉइंट तौर से होम लोन लेने पर ब्याज दरों में कमी भी हो सकती है.