नई दिल्ली : देशभर में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. पिछले एक हफ्ते से कोरोना संक्रमण के दैनिक मामलों में भारी उछाल देखने को मिल रहा है. इसको देखते हुए उद्योग मंडल फिक्की ने केंद्र सरकार से कोविड-19 संक्रमण की जांच बढ़ाने का सुझाव दिया है.
इसके साथ ही उद्योग मंडल ने सरकार से आग्रह किया है कि 18-45 आयु वर्ग समूह के लिए भी टीकाकरण शुरू किया जाए. फिक्की ने कोरोना महामारी से लड़ाई में उद्योग की ओर से पूरे समर्थन का भरोसा दिलाया है.
फिक्की अध्यक्ष उदय शंकर ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन को लिखे पत्र में कहा है, अभी हम प्रतिदिन 11 लाख नमूनों की जांच कर रहे हैं. जनवरी में हम 15 लाख जांच प्रतिदिन कर रहे थे. हमारे पास संक्रमण की जांच बढ़ाने की क्षमता है. देश में कोविड-19 जांच के लिए 2,440 प्रयोगशालाएं परिचालन में हैं. इनमें से 1,200 से अधिक प्रयोगशालाएं निजी क्षेत्र से हैं.
शंकर ने कहा कि राज्यों को वांछित जांच क्षमता हासिल करने के लिए निजी क्षेत्र की सुविधाओं के इस्तेमाल की सलाह दी जा सकती है. शंकर ने सरकार से 18 से 45 आयु वर्ग के लिए भी टीकाकरण खोलने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि इस आयु वर्ग की वजह से भी संक्रमण तेजी से फैल रहा है.
उन्होंने कहा, 'देश में टीके की कोई कमी नहीं है. इसलिए निजी क्षेत्र के सहयोग से टीकाकरण तेज किया जा सकता है. ऐसे में इस आयु वर्ग को भी टीका लगाने की शुरुआत की जानी चाहिए. इस आयु वर्ग को टीका लगाने से संक्रमण का फैलाव रोकने में मदद मिलेगी.'
शंकर ने सरकार को भरोसा दिलाया कि उद्योग इस महामारी से निपटने में सरकार को पूरा सहयोग देगा.