बक्सरःबिहार के बक्सर रेल हादसे में पांचवीं यात्री की मौत इलाज के दौरान हो गई. मृतका बंगाल के कूच बिहार की रहने वाली थी, जिसकी पहचान रीना कुमारी वर्मा, पति मुक्ति नाथ वर्मा के रूप में हुई है. बंगाल की महिला की मौत के बाद यह पांचवीं मौत है. इससे पहले 4 यात्रियों की मौत हुई थी. हालांकि इस हादसे में 6 यात्रियों की मौत की बात सामने आ रही है, लेकिन अधिकारिक पुष्टि अब तक 5 लोगों की जा रही है.
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हादसे की रात राहत बचाव कार्य में जुटे लोग व पुलिस प्रशासन बिहार रेल हादसे में बंगाल की महिला की मौतः बताया जा रहा है कि रानी कुमारी वर्मा, पति मुक्तिनाथ वर्मा, साथ में अनुईया और संतोष नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस में यात्रा कर रहे थे. हादसे में ये चारों भी घायल हो गए थे, जिसे पटना एम्स में भर्ती कराया गया था. इलाज के बाद महिला यात्री के पति को छुट्टी दे दी गई थी, लेकिन अन्य तीनों का इलाज चल रहा था. रविवार को महिला रीना वर्मा की मौत हो गई. अन्य दो लोगों का इलाज चल रहा है.
11 अक्टूबर की रात हुआ था हादसाः 11 अक्टूबर की रात बक्सर के रघुनाथपुर स्टेशन के पास नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस हादसे का शिकार हो गई थी. ट्रेन की सभी बॉगी पटरी से नीचे उतर गई थी. इस घटना में चार यात्रियों की मौत हो गई थी. 100 से भी ज्यादा लोग घायल हो गए थे, जिनका इलाज अस्पताल में कराया गया. कई यात्रियों का अब भी पटना एम्स में इलाज किया जा रहा है, जिसमें रविवार को बंगाल की एक महिला यात्री की मौत हो गई.
अब तक 5 यात्रियों की मौतः बक्सर रेल हादसे में अब हुई मौत में मृतकों की पहचान न्यू जलपाईगुड़ी निवासी दीपक भंडारी की पत्नी उषा भंडारी, बेटी आकृति(8), बंगाल निवाली रीना वर्मा, राजस्थान के सीकर निवासी नरेंद्र कुमार और बिहार के किशनगंज निवासी अबु जैद के रूप में हुई है. हालांकि इस घटना में 6 की मौत की बात सामने आ रही है, लेकिन रविवार तक 5 मौत की अधिकारिक पुष्टि की गई है.
100 किमी प्रतिघंटे की स्पीड से चल रही थी ट्रेनः हादसे को लेकर कई कारण सामने आए थे. पहले पटरी टूटी होने की खबर आई थी. इसी ट्रेन में मौजूद गार्ड ने बताया कि गाड़ी 100 किमी प्रतिघंटे की स्पीड थी. इसी दौरान चालक ने अचानक ब्रेक लगा दिया था, जिससे ट्रेन की सभी बॉगी पटरी से नीचे उतरकर पलट गई थी. गार्ड ने बताया था कि हादसे वक्त वह बेहोश हो गया था. होश में आने पर पता चला कि कितना बड़ा हादसा हुआ.
हादसे के अगले दिन राहत बचाव कार्य 36 घंटे बाद हुआ था परिचालनः रघुनाथपुर में रेल हादसे के 36 घंटे बाद 13 अक्टूबर को रेलवे लाइन पर पटना से डीडीयू के बीच पैसेंजर ट्रेन चलाई गई थी. रेलवे ने दावा किया था कि पटरी पूरी तरह ठीक कर लिया गया है. डाउन लाइन को भी देर रात ठीक करने की बात कही थी. इसी बीच शुक्रवार की रात ही रघुनाथपुर में लूप लाइन पर ट्रेन की इंजन पटरी से उतर गई थी. लाख कोशिशों के बाद भी इंजन को पटरी पर नहीं लाया गया था.