पिता ने सात साल की बेटी को जलते हुए खलिहान में फेंका, अस्पताल में भर्ती
Father Threw Daughter in Fire, तेलंगाना के बिरकुर में एक पिता ने अपनी बेटी को खेत में जलते हुए घास के गट्ठरों पर फेंक दिया. हालांकि पड़ोसी ने आग में कूदकर बच्ची को बचा लिया, लेकिन इसके बाद भी वह मामूली तौर पर झुलस गई. बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिसका इलाज चल रहा है.
बिरकुर: तेलंगाना के बिरकुर में एक पिता ने अपनी बेटी को मारने का प्रयास किया. बताया जा रहा है कि आरोपी पिता शराब का आदी है और उसने अपनी सात साल की बेटी को जलते खलिहान फेंक दिया. हालांकि इस घटना को एक पड़ोसी ने देख लिया और बच्ची को बचा लिया. बच्ची को मामूली तौर पर झुलस गई है, जिसका इलाज चल रहा है.
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार यह घटना रविवार को कामारेड्डी जिले के बिरकुर मंडल के बारांगेद्गी गांव में हुई. पुलिस के मुताबिक, देसाईपेट गांव के शैलू की दो बेटियां हैं. बड़ी बेटी अंकिता (7) और छोटी बेटी का नाम महिता है. दोनों बच्चियां स्थानीय प्राइमरी स्कूल में पढ़ रही हैं. रविवार को दोनों अपने घर के पास इलाके में खेल रही थीं.
इसी दौरान वहां से कुछ ही दूरी पर गोट्टाला गंगाधर नाम के एक व्यक्ति के खेत में रखे करीब 200 घास के ढेरों में आग लग गई. जब तक स्थानीय लोगों की नजर आग पर पड़ी, तब तक अधिकांश सामान जलकर खाक हो चुका था. उसके मालिक गंगाधर को मामले का पता चला, जिसके बाद वह वहां पहुंचे. उन्होंने आरोपी पिता शैलू से कहा कि तुम्हारी बेटी ने ही यहां आग लगाई है.
इस आरोप के बाद शैलू जो पहले से ही शराब के नशे में था, उसकी बहस गंगाधर से होने लगी. बहस के दौरान आरोपी शैलू ने गुस्से में आकर अपनी बेटी अंकिता को जलती घास में फेंक दिया. यह देखते ही गंगाधर फौरन ही जलती आग में कूद पड़े और बच्ची को बचाकर बाहर लाए. जानकारी के अनुसार बच्ची दोनों पैर और बायां हाथ जल गया.
उसे फौरन ही 108 एम्बुलेंस वाहन में बंसुवाड़ा क्षेत्रीय अस्पताल ले जाया गया. डॉक्टरों ने बताया कि अंकिता की तबीयत अब स्थिर है. घटना की जानकारी पुलिस को हुई, जिसके बाद वह मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी.