बदायूं:यह सच है कि इश्क एक एहसास है और किसी को भी किसी से हो सकता है. लेकिन बदायूं में ऐसा दिलचस्प मामला सामने आया है, जिसमें प्यार भले ही जीत गया हो, लेकिन रिश्ते तार-तार हो गए. क्योंकि ससुर और बहू के बीच प्यार इतना गहरा हुआ कि सभी मर्यादाओं की सीमा को लांघ गया. इससे भी बड़ी हैरानी की बात यह है कि दोनों से एक बच्चा भी हो गया और महिला के पति को मालूम ही नहीं कि उसके पिता और उसके बीच रिश्ता ऐसा उलझ चुका है कि अपनी ही पत्नी का वह बेटा बन गया है. बेटा इसलिए, क्योंकि दोनों ने वर्ष 2017 में शादी (कोर्ट मैरिज) कर ली थी.
इधर, परेशान पति (सुमित) अपनी पत्नी और पिता की तलाश में दिनरात एक करता रहा. इनकी तलाश में चार साल गुजर गए, लेकिन कोई पता नहीं चला. अंत में थक-हारकर सुमित ने सूचना का अधिकार (RTI) का सहारा लिया. आरटीआई में क्षेत्रिय बिसौली थाने से जो जवाब आया, उसे जानकर सुमित ही नहीं, पूरा दबथरा गांव सन्न रह गया. ससुर और बहू अब पति-पत्नी बन चुके थे.
इश्क और अमर्यादित रिश्तों का यह मामला बदायूं का है. बेटे की शादी के 6 माह बाद ही 48 वर्षीय ससुर और बहू की आंखें एक दूसरे से लड़ गईं. कानूनी कोर्ट मैरिज अब कानूनी पेंच में ही फंस गया है. सुमित ने अपने पिता और पत्नी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा दी है और पुलिस ने आरोपी पिता (देवानंद) को गिरफ्तार कर लिया है. अब फैसला अदालत को करना है कि महिला अपने उस पति के साथ रहेगी, जिसके साथ उसने सामाजिक रूप से वर्ष 2016 में सात फेरे लिए थे या उसके साथ जिसे कोर्ट मैरिज के रूप में कानूनी मान्यता मिल चुकी है.
2016 में हुई थी शादी
युवक ने बिसौली कोतवाली में तहरीर दी कि उसकी शादी 2016 में वजीरगंज क्षेत्र की एक युवती से हुई थी. साल भर पति-पत्नी साथ रहे. अगले साल उसका पिता उसकी पत्नी को लेकर गायब हो गया, तब से वह दोनों को तलाश रहा था. हाल ही में उसे पता लगा कि दोनों चंदौसी में रह रहे हैं.